लक्षण
यह निश्चित नहीं है कि हाइपरटेंशन ग्रस्त व्यक्ति अपनी स्थिति के लक्षणों को जाने या बताये। लगभग 33% लोगों को ये पता ही नहीं होता कि उन्हें उच्च रक्तचाप है और ये अनभिज्ञता वर्षों तक रह सकती है। ऐसी स्थिति के कारण नियमित अन्तराल पर रक्तचाप की जाँच की सलाह दी जाती है जबकि अत्यधिक उच्च रक्तचाप कुछ लक्षणों को प्रकट कर सकता है जिनमें:- तीव्र सिरदर्द
- थकान अथवा असमंजस की स्थिति
- चक्कर आना
- मतली
- दृष्टि की समस्या
- छाती में दर्द
- साँस की समस्याएँ
- अनियमित हृदयगति
- मूत्र में रक्त की उपस्थिति
कारण
यद्यपि हाइपरटेंशन के निश्चित कारण आमतौर पर पता नहीं होते, ऐसे कई कारक हैं जो कि इस स्थिति से काफी हद तक जुड़े होते हैं. इनमें:- धूम्रपान
- मोटापा या अधिक वजन होना
- मधुमेह
- आरामदायक जीवन शैली
- शारीरिक गतिविधियों की कमी
- नमक सेवन का अधिक स्तर (सोडियम संवेदनशीलता)
- अपर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम का सेवन
- विटामिन D की कमी
- अत्यधिक मदिरापान
- तनाव
- बढ़ती आयु
- अनुवांशिकता और हाइपरटेंशन होने का पारिवारिक इतिहास
गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप अत्यंत आम है। यदि आपका वजन सामान्य से अधिक है तो गर्भावस्था में रक्तचाप बढ़ने के आसार भी अधिक हैं।