हल्दी, फ्री रेडिकल्स-वह हानिकारक रसायन जो जोड़ों की सूजन और फिर उनकी क्षति के लिए जिम्मेदार होता हैं, के असर को निष्क्रिय करने में मदद करती है।
प्रतिदिन कुछ गिलास तांबा मिश्रित जल पीना आर्थराइटिस और अन्य सूजनयुक्त दर्द में अत्यंत राहत प्रदान करता है। तांबे में अत्यंत शक्तिशाली सूजनरोधी गुण होते हैं। यह शरीर में सूजन के कारण होने वाले दर्द को दूर करता है।
सरसों के तेल की मालिश आर्थराइटिस के दर्द और सूजन से छुटकारा पाने के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है। यह तेल चिकनाई के प्राकृतिक स्रोत की तरह कार्य करता है और रक्तप्रवाह को उत्प्रेरित करता है।
बेरियां विभिन्न विटामिनों और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होती हैं जो थाइरोइड ग्रंथि की सूजन कम करने में मदद करते हैं। आप विभिन्न प्रकार की बेरियों जैसे ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, स्ट्रॉबेरी, चेरी और अन्य का सेवन कर सकते हैं।
हल्दी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो मुहाँसे उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया नष्ट करते हैं और मुहाँसों को पैदा होने से रोकते हैं। यह बढ़िया एंटीऑक्सीडेंट भी होती है, जो मुहाँसों का उपचार और उनसे होने वाली सूजन को दूर करती है।
हल्दी में पाए जाने वाला पीले रंग का पदार्थ, जिसे करक्यूमिन भी कहते हैं, शक्तिशाली सूजनरोधी होता है। इसलिए, दर्द और सूजन दूर करने में हल्दी बहुत प्रभावकारी होती है। यह जोड़ों के तीव्र और दीर्घ दोनों तरह के दर्द को दूर करती है। एक गिलास दूध में एक छोटा चम्मच भर पिसी हल्दी उबालें। थोड़ा सा कच्चा शहद मिलाएँ और दिन में दो बार, कुछ दिनों तक, पियें।
100 ग्राम अन्नानास में 47.8 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 58 प्रतिशत होता है। अन्नानास पाचन को सुधारता है, रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है, वजन कम करने में मदद करता है, सूजन कम करता है, मुँह का स्वास्थ्य ठीक करता है, दृष्टि बढ़ाता है, हड्डियाँ मजबूत करता और त्वचा को स्वस्थ रखता है।