धूल, मैल और गन्दगी को हटाने के लिए दिन में कई बार अपने चेहरे को पानी से धोएँ। यह कील-मुहाँसों को उत्पन्न होने से रोकने में भी सहायता करता है और ताजगी का एहसास देता है।
आयल आधारित मेकअप, बालों हेतु जेल और स्प्रे का प्रयोग, मुहाँसों या फुंसियों को खींचना/फोड़ना और त्वचा को जोर से रगड़ने वाले कार्य ना करें।
आँखों के आस-आस की झुर्रियों के लिए, अंडे का सफ़ेद हिस्सा लगाएँ, सूखने तक लगाए रहें और ठन्डे पानी से धो डालें। इसे प्रतिदिन या एक दिन छोड़कर करें।
ब्लैकहैड और वाइटहेड रोमछिद्रों में तेल या धूल आदि भर जाने से उत्पन्न होते हैं। इसके रोकने का एकमात्र उपाय अपने चेहरे को स्वच्छ रखना है। अपने चेहरे की त्वचा के लिए अनुकूल फेसवाश से अपना चेहरा नियमित धोएँ।
आँखों के आस-पास किसी प्रकार की तैलीय ग्रंथियाँ नहीं होतीं, इसलिए हमें आँखों के नीचे झुर्रियां हो जाती हैं। इन झुर्रियों को रोकने के लिए आँखों के क्षेत्र में उचित उम्र से अच्छी गुणवत्ता का मॉइस्चराइजर लगाना चाहिए।
मुहाँसों के दाग से बचें। किसी मुहाँसे को दबाएँ या फोड़ें नहीं। केवल दिन में दो बार आराम से धोएँ और रगड़े बिना साफ़ तौलिये से इन्हें सुखाएं।
एक अरुचिकर मुहाँसे को देखकर उससे छुटकारा पाने के लिए उसे तुरंत निकाल देने की इच्छा होती है। किन्तु मुहाँसों को छूना और फोड़ना केवल समस्या को अधिक बढ़ाता ही है। अपने हाथों से अपने चेहरे को बार-बार ना छुएँ। यह बैक्टीरिया को फैला सकता है, तथा संक्रमण या और अधिक मुहाँसे उत्पन्न कर सकता है, जो आप बिलकुल नहीं चाहते।
बर्फ त्वचा को आराम पहुंचाता है, खासकर उस प्रभावित हिस्से को जो आपकी त्वचा को मुहाँसे रहित होने में सहायता करता है। त्वचा पर बर्फ लगाने से भीतर छिपा तेल और धूल निकल जाती है और लालिमा तथा सूजन कम हो जाती है। फूटने से छुटकारा पाने के लिए, कपड़े में बर्फ का टुकड़ा रखें और प्रभावित त्वचा के आस-पास इससे दबाव दें।
ताजी ककड़ी को मोटे टुकड़ों में काटें और उन्हें फ्रिज में 30 मिनट तक ठंडा करें। इन टुकड़ों को काले घेरों पर 10 मिनट के लिए रखें। इसके बाद पानी से धो लें। एक सप्ताह या और अधिक समय तक प्रतिदिन दो बार दोहराएँ।
टमाटर में सफाई का गुण होता है, जो काफी हद तक त्वचा में चमक देता है और त्वचा के काले धब्बे कम करता है। चाय का एक चम्मच भर टमाटर के रस में आधा चम्मच नीबू का रस मिलाएँ। इस मिश्रण को धीरे-धीरे धब्बों पर लगाएँ और 10 मिनट लगा रहने दें। फिर पानी से धो डालें। कुछ सप्ताहों तक इस उपचार को दिन में दो बार करें।
नीबू के रस में उपस्थित विटामिन सी आँखों के नीचे के काले घेरे हटाने में भी सहायक होता है, यह इसके त्वचा को चमक देने वाले गुणों का कमाल है। रुई की सहायता से अपनी आँखों के चारों तरफ नीबू का ताजा रस लगाएँ। 10 मिनट लगा रहने दें और फिर धो डालें। कुछ सप्ताहों तक दिन में एक बार लगाएँ।
बादाम का तेल अद्भुत प्राकृतिक वस्तु है जो आपकी आँखों के आस-पास की नाजुक त्वचा के लिए अत्यंत लाभकारी है। बादाम के तेल का नियमित प्रयोग आँखों के नीचे के घेरों को हल्का करने में सहायता करता है। इस कार्य के लिए बादाम के तेल के साथ-साथ आप विटामिन ई के तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं।
मुहाँसों को दूर करने के लिए हल्दी का प्रयोग करें। पिसी हल्दी में थोड़ा पानी या 1-2 चाय के चम्मच भर तिल का तेल मिलाएँ। प्रभावित जगह पर इस पेस्ट को लगाएँ और 1 घंटे के लिए छोड़ दें, फिर धो लें। इस उपचार का कुछ दिनों तक दिन में एक या दो बार प्रयोग करें।
ब्लैकहैड और मुहाँसों के लिए खाने वाला सोड़ा प्रभावी उपचार है। यह त्वचा को अशुद्धियों जैसे धूल या कचरे से साफ़ करने में मदद करता है। एक-दो चम्मच खाने वाला सोड़ा और थोडा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएँ और इसे लगाएँ। कुछ मिनट लगा रहने दें फिर धो दें।
जब पका पपीता फेस पैक की तरह उपयोग किया जाता है, यह त्वचा के बंद छिद्रों को खोलता है, जो मुहाँसों का इलाज करता और त्वचा का संक्रमणों से बचाव करता है। पपीते का खमीरीकृत गूदा, पपेन की उपस्थिति के कारण, त्वचा की मृत कोशिकाओं को गलाने और आपको ताजी, चमकदार त्वचा देने में मदद करता है। यह चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशानों को भी घटाता है।
ककड़ी प्राकृतिक संकोचक है। नियमित प्रयोग किये जाने पर यह चेहरे के अतिरिक्त पसीने के उपचार में मदद करती है। एक ककड़ी का रस निकालें, इस फ्रिज में रखकर ठंडा करें। दिन में दो बार रुई के फाहे की सहायता से रस को चेहरे पर लगाएँ और सूखने तक इंतजार करें। सामान्य पानी से इसे धो लें। आप इस रस को 3-4 दिन तक फ्रिज में रखकर उपयोग कर सकते हैं।