अपने पैरों और पंजों को बढ़िया आराम देने के लिए सपाट तल के जूते पहनें। ऊँची एड़ी पहनना आपके टखनों से घुटने तक के हिस्से और पीठ की माँसपेशियों को छोटा कर सकता है जिससे दर्द और ऐंठन उत्पन्न हो सकती है।
यदि आप मधुमेह के रोगी हैं, तो प्रतिदिन अपने पैरों में घावों को जांचें, यदि आपको आराम नहीं है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
ठन्डे पैरों की समस्या दूर करने के लिए मालिश करें जो कि गर्मी प्राप्त करने के लिए सबसे आसान और चिकित्सीय तरीका है। यह आपकी उँगलियों तक रक्त संचार को पहुंचाता है। पैरों की नियमित मालिश आपके पैरों को स्वस्थ रखने में और कई प्रकार की समस्याओं से मुक्त रखने में सहायक होती है।
ग्रीन टी ठन्डे पैरों के लिए मूल्यवान प्राकृतिक उपचार माना जाता है। ग्रीन टी का सेवन, पैरों सहित, पूरे शरीर में रक्त ले जाने वाली वाहिनियों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
1 चाय का चम्मच भर पिसी हल्दी में गर्म तिल के तेल से बनाया हुआ पेस्ट लगाकर पैरों का दर्द कम किया जा सकता है। इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएँ और हलके से मसलें। 30 मिनट लगा रहने दें फिर कुनकुने पानी से धो लें। आवश्यकता के अनुसार दिन में दो बार करें।
अपने पैरों और एड़ियों की त्वचा को खुरचना या छीलना मृत त्वचा को हटाने में मदद करता है, और इस प्रकार एड़ियाँ शुष्क पड़ने और फटने से बचाता है। इसके लिए घरेलू स्क्रब बनाने में चावल के आटे का प्रयोग किया जा सकता है। थोड़े से चावल को कुछ चम्मच शहद और सेब के सिरके के साथ मिलाएँ। गाढ़ा होने तक हिलाएँ। यदि आपकी एड़ियाँ बहुत ज्यादा फटी हुई हैं तो एक बड़ा चम्मच जैतून का तेल या बादाम का तेल मिलाएँ।