स्वयं को वायरल बुखार, सर्दी और खाँसी से बचाने के लिए गीले बालों और नम कपड़ों के साथ किसी वातानुकूलित कमरे में प्रवेश ना करें।
अदरक का प्रयोग सर्दी को रोकने, गति सम्बन्धी परेशानी को दूर करने, अपच हटाने में किया जाता है और यह उलटी और गले की पीड़ा की घरेलू औषधि भी है। यह खून की गति में भी सहायता करती है।
सामान्य सर्दी खाँसी से पीड़ित एक साल या अधिक उम्र के बच्चों के लिए शहद सुरक्षित उपचार है। एक गिलास गर्म दूध में शहद मिलाकर देने से सूखी खाँसी दूर होती है और छाती के दर्द में आराम मिलता है।
अंजीर श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है और बलगम बाहर निकालकर श्वसन सम्बन्धी समस्याओं को दूर करता है। तीन सूखे अंजीर लें, इन्हें धोएँ और रात भर के लिए एक कप पानी में गला दें। सुबह भूखे पेट ये अंजीर खा लें और उनका पानी पी लें।
दिन में कई बार नमक डले पानी से गरारे करना ब्रोंकाइटिस के विभिन्न लक्षणों के उपचार का सबसे बढ़िया तरीका है। केवल एक गिलास गर्म पानी में एक छोटा चम्मच भरकर नमक डालें और इससे गरारे करें।
बलगम से छुटकारा पाने का सबसे बढ़िया और आसान तरीका है भाप लेना। अपने नथुनों से भाप लेना बलगम को पतला कर देता है जिससे उसे शरीर से बाहर निकलना सरल हो जाता है।
गले में बार-बार होने वाले संक्रमण में आराम पाने के लिए, मुँह की सफाई प्रक्रिया का पालन करें। घर से बाहर सलाद ना खाएँ। अधिक समय से रखा हुआ सलाद ना खाएँ। भोजन के बाद तेजी से कुल्ले-गरारे करें।
लहसुन गंध और स्वाद के एहसास को बनाए रखने में सहायता करती है। यह नाक को साफ़ करती है और नाक के बंद मार्ग को खोलती है, जिसके कारण आपके सूंघने की ताकत बढ़ा देती है।
अपने जीवाणुरोधी गुणों के कारण, सामान्य सर्दी से पीड़ित बच्चों में शहद एक बढ़िया उपचार है। यह रात के समय होने वाली खाँसी को कम करने और नींद सुधारने में भी मदद करता है। 2 चम्मच कच्चे शहद में 1 चम्मच नीबू का रस मिलाएँ। कुछ दिनों तक दिन में 3 से 4 बार इसे अपने बच्चे को दें। 1 वर्ष से छोटे बच्चों को शहद ना दें क्योंकि यह शिशु बॉटलिस्म नामक प्राणघातक स्थिति उत्पन्न कर सकता है।
सामान्य सर्दी-खाँसी और गले की पीड़ा के लिए सेब का सिरका पसंदीदा इलाज है। एक चम्मच सिरका, शहद और गर्म पानी मिलाएँ। इस मिश्रण में कुछ मसली हुई अदरक मिलाने से इसके औषधीय गुण बढ़ जाते हैं। गले की जकड़न, खाँसी और भरी नाक से आराम के लिए दिन में तीन बार इस मिश्रण को एक-एक चम्मच लें।
नीबू के बैक्टीरियारोधी गुण गले के संक्रमणों से मुकाबले में मदद करते हैं। यह हैजे, टाइफाइड और अन्य प्राणघातक रोगों के बैक्टीरिया भी नष्ट करता है।
बंद नाक खोलने के लिए भाप लेना, यह पुराने समय से ज्ञात है। यह किसी वृद्ध व्यक्ति के लिए भी आसान और सुरक्षित है। एक छोटे बर्तन को उबलते गर्म पानी से भरें और स्वयं को तौलिये से ढँक लें। अब इस बर्तन को तौलिये के भीतर लें और इस पर झुक जाएँ। गर्म भाप आपकी साँस आने-जाने वाले मार्ग को साफ़ कर देगी और साँस लेना आसान बना देगी।