कानदर्द का सबसे बढ़िया उपचार है जैतून का तेल जो चिकनाई वाले तत्व की तरह कार्य करता है और कान के संक्रमणों से छुटकारा देता है। जैतून के गर्म तेल की 3-4 बूंदे कान की नली में डालें। तेल कान के मैल को नर्म कर देगा, जिसे बाद में रुई से निकाला जा सकता है। रुई के फाहे को कान में बहुत भीतर तक ना डालें।
आधा कप गर्म पानी में एक चम्मच नमक का मिश्रण कानों को मैल से मुक्त रखने का सबसे आसान तरीका है। अपने सिर को ऊपर की तरफ झुकाकर, रुई की सहायता से इस मिश्रण को अपने कान में डालें। इसी स्थिति में बने रहें ताकि कान का मैल घुल जाए। सिर को पहली स्थिति में ले आएँ ताकि मिश्रण बाहर आ सके।
समान मात्रा में पानी और हाइड्रोजन पेरोक्साइड मिलाकर संतुलित मिश्रण बनाएँ। ड्रॉपर की सहायता से कान में डालें और साफ़ कपड़े से कान का मैल निकालें। यह ध्यान रखें कि मिश्रण डालते समय आपका सिर एक तरफ झुका हो और आप कान का मैल बहुत भीतर जाकर ना निकालें।
कच्ची लहसुन में सल्फर की प्रचुर मात्रा होती है, जो कि विषैले तत्वों को बाहर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह विषैले तत्वों को बाहर निकालने के लिए लिवर को उत्प्रेरित करती है और खून को साफ़ करती है। इसके अलावा, लहसुन आपको आँतों को हानिकारक सूक्ष्म जीवों से भी मुक्त करती है। रोज सुबह, लहसुन की 2 कलियाँ अच्छी प्रकार चबा कर ग्रहण करें।