लौह तत्व से समृद्ध आहारों में जौ, रेड मीट, कद्दू के बीज, ओट्स, सूखे मेवे, सोयाबीन आते हैं। पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाने में मदद के लिए हमें लौह तत्व लेने की आवश्यकता होती है।
ओटमील में त्वचा को आराम देने का गुण होता है और यह छिद्रों को साफ करने के लिए बढ़िया कार्य करता है। ओटमील पाउडर और छाछ का मिश्रण बनाएँ। इसे झुलसे हिस्सों पर लगाएँ। ओट त्वचा को खुरचने में और छाछ त्वचा को आराम देने में मदद करती है।
कटे हुए फलों के साथ बाउल भर ओटमील खाना, 400 कैलोरी वाली आसान खुराक के लिए नाश्ते में लिए जाने वाला बढ़िया विकल्प है।
दालचीनी में जैवसक्रिय तत्व होते हैं जो शरीर की शुगर कम करते हैं। आप प्रतिदिन 1 से 2 ग्राम दालचीनी चाय के रूप में ले सकते हैं। आप इसे अपने ओटमील, स्मूथी पर भी छिड़क सकते हैं या पकाते और भूनते समय प्रयोग कर सकते हैं।
निकलती हुई त्वचा के साथ जुड़ी खुजली और कष्ट को कम करने के लिए ओटमील अत्यंत उपयोगी होता है। इसके अलावा, इसके आराम देने वाले गुण त्वचा की प्राकृतिक नमी बनाए रखने में मदद करता है। गर्म पानी से भरे टब में एक कप ओटमील मिलाएँ। इस पानी में 30 मिनट तक लेटे रहें। अपने शरीर को साफ़ पानी से धोएँ, और फिर नर्म तौलिये से सुखाएं।
ओट्स में महत्त्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे विटामिन बी और ई, पोटैशियम और जिंक होते हैं जो दिमाग के विकास और कार्य करने में मदद करते हैं। ओट्स घुलनशील और अघुलनशील रेशों का भी बढ़िया स्रोत होते हैं जो बच्चों को लम्बे समय तक भरे पेट रहने में मदद करते हैं। ओट्स को दूध या दही के साथ, ऊपर से फल डालकर परोसें।
ओटमील बच्चों के लिए बढ़िया होता है। इसमें स्थित प्रोटीन की उच्च मात्रा बच्चे की नर्म त्वचा को आराम देती है और त्वचा का प्राकृतिक सुरक्षा कवच बनाए रखती है।
सफ़ेद कार्ब्स अर्थात रिफाइंड अनाज जैसे सफ़ेद चावल, पास्ता, सफ़ेद ब्रेड, नूडल्स, रेप्स, और मैदे और ब्रेड से बनी कोई भी वस्तु। इनके बनाने की प्रक्रिया के दौरान पोषक तत्व हटा दिए जाते हैं, जिससे ये कैलोरी से भरपूर और पोषण में निम्न हो जाते हैं। ये हमारे शुगर के स्तर में नुक्सानदायी उछाल देते हैं। इनके स्थान पर आप भूरे कार्ब्स (रिफाइंड ना किये हुए जटिल कार्ब्स) लें, जैसे भूरे चावल, साबुत अनाज, ओट्स, ओटमील, दालें, मेवे। इन सभी में पोषण और विटामिन जुड़े हुए आते हैं।