आप जितना चल सकें, उतना पैदल चलें क्योंकि यह सभी प्रकार के व्यायामों में सबसे आसान है और आपके स्वास्थ्य को कई सारे फायदे देता है जैसे खून के घूमने की गति तेज होना, मजबूत मांसपेशियाँ और जोड़ों को सहायता आदि।
तेज गति से लगभग 30 मिनट तक पैदल चलना ना केवल कैलोरीज जलाता है, बल्कि आपके खून के घूमने की गति को सुधारता है और तनाव हारमोनों के उपयोग की गति को तेज करने में सहायता करता है।
अच्छी प्रकार से की गई मालिश रक्त संचार को सुधारती है, कसी हुई माँसपेशियों को ढीला करती है, भीतरी अंगों के काम करने की गति तेज करती है और नसों को आराम देती है।
अदरक का प्रयोग सर्दी को रोकने, गति सम्बन्धी परेशानी को दूर करने, अपच हटाने में किया जाता है और यह उलटी और गले की पीड़ा की घरेलू औषधि भी है। यह खून की गति में भी सहायता करती है।
खूब हँसिये! यह रक्तवाहिनियों को आराम देता है और इस प्रकार रक्तप्रवाह को 25% बढ़ा देता है। यह आपके पेट की माँसपेशियों को शक्ति देता है और तनावयुक्त माँसपेशियों को आराम देता है।
चुकंदर फोलेट और मैंगनीज का समृद्ध स्रोत होता है इसमें थायमिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी-6, पेंटोथेनिक एसिड, कोलिन, बीटिन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, जिंक, कॉपर और सेलेनियम भी होते हैं। चुकंदर का रस एथलेटिक प्रदर्शन को सुधारता है, रक्तचाप कम करता है और रक्तप्रवाह बढ़ाता है।
ग्रीन टी ठन्डे पैरों के लिए मूल्यवान प्राकृतिक उपचार माना जाता है। ग्रीन टी का सेवन, पैरों सहित, पूरे शरीर में रक्त ले जाने वाली वाहिनियों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
ग्रीन टी में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ह्रदय और रक्तवाहिनियों की भीतरी परत का निर्माण करने वाली कोशिकाओं की शक्ति बढ़ाते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड स्तर को कम करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में और मेटाबोलिज्म को उन्नत करने में सहायता करती है।
तरबूज के बीजों में एक यौगिक होता है जिसे क्यूकर्बोसाइट्रिन कहते हैं, जो रक्त की विभिन्न सूक्ष्म केपिलरी को फ़ैलाने में सहायता करता है। इसके साथ ही, यह गुर्दों की कार्यक्षमता सुधारने में भी मदद करता है। इसके परिणामस्वरूप यह रक्तचाप के स्तर को घटाता है और आर्थराइटिस में भी बहुत लाभ पहुंचाता है।
लहसुन रक्तचाप कम करने में उपयोगी है। यह नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाकर खून की नसों को आराम देती है, जिसके कारण ऊपर का रक्तचाप कम होता है। रोजाना 2-3 कलियाँ कच्चा लहसुन खाली पेट खाएँ।
तांबा एनीमिया से मुकाबला करने वाले लौह तत्व के पाचन द्वारा शरीर को सहायता करता है। जब व्यक्ति की लाल रक्त कणिकाओं की संख्या अत्यंत कम हो जाए और उसके रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य से कम हो तब वह एनीमिया ग्रस्त माना जाता है।