उच्च रक्तचाप वाले कुछ लोगों में सिरदर्द, श्वास की कमी या नाक से खून आ सकता है, लेकिन ये लक्षण और संकेत विशिष्ट नहीं होते हैं और आम तौर पर तब तक दिखाई नहीं पड़ते हैं जब तक यह बीमारी गंभीर या जानलेवा स्तिथि तक नहीं पहुँच जाती|
उच्च रक्तचाप के लक्षण और संकेत क्या हैं?
इस बीमारी के अक्सर कोई भी लक्षण सीधे दिखाई नहीं पड़ते हैं और इसलिए उच्च रक्तचाप को एक “गुप्त हत्यारे” के रूप में भी माना गया है। लंबे समय तक उच्च रक्तचाप की समस्या दिल का दौरा, किडनी रोग, या स्ट्रोक सहित कई अन्य जटिलताओं को जन्म दे सकता है। कुछ लोग अपने उच्च रक्तचाप के साथ कई अन्य लक्षण भी अनुभव करते हैं। इन लक्षणों में शामिल हैं:- सांस फूलने की तकलीफ़: आमतौर पर पल्मोनरी हाइपरटेंशन का पहला संकेत रोज़मर्रा की गतिविधियों जैसे सीढ़ीयां चढ़ते समय सांसों का फूलना होता है।
- सिरदर्द: बहुत उच्च रक्तचाप एक ऐसी समस्या को जन्म दे सकता है, जिसे मलिग्नैंट हाइपरटेंशन के रूप में जाना जाता है। मलिग्नैंट हाइपरटेंशन को ह्यपरटेंसिव क्राइसिस भी कहा जाता है। ह्यपरटेंसिव क्राइसिस के दौरान, रक्तचाप के अचानक अत्यधिक स्तर तक बढ़ने के परिणामस्वरूप कपाल या खोपड़ी में दबाव धीरे-धीरे बढ़ता जाता है। जिसके परिणामस्वरूप होने वाला सिरदर्द किसी अन्य प्रकार के माइग्रेन या सिर दर्द के विपरीत महसूस होता है।
- चक्कर आना: चक्कर आने में हल्का मेहसूस होता है। मस्तिष्क में गड़बड़ी, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम, दृष्टि, और आंतरिक कान के वास्टिबुलर सिस्टम में गड़बड़ी चक्कर आने के प्रमुख कारण होते हैं| लोग अकसर चक्कर आने को अस्थिरता, हल्का सिर या वर्टिगो समझ लेते हैं।
- हृदय की अनियमित धड़कन: निरंतर, भारी मैकेनिकल लोड की परिस्थितयों में, दिल की फाइन-ट्यून कैल्शियम नियंत्रण प्रणाली अस्थिर हो जाती है, जिसके कारण दिल की धड़कन भी अनियमित हो जाती है। इससे यह समझा जा सकता है कि हाई ब्लड प्रेशर अतालता की समस्या को कैसे बढ़ा सकता है, जिससे अचानक हृदय की विफलता और स्ट्रोक हो सकते है।
- सीने में दर्द (एनजाइना): जब आपके हृदय की मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त रक्त नहीं मिलता है तो आपको सीने में बेचैनी या दर्द का एहसास हो सकता है। यह आपके सीने में दबाव या निचोड़ की भावना पैदा करते हैं।
- मूत्र में रक्त: उच्च रक्तचाप वाले 18-20% लोगों में हेमेटेरिया (मूत्र में रक्त) पाया जाता है|
- दृष्टि का धुंधला पड़ना: उच्च रक्तचाप आपके रेटिना को पहुँचने वाले रक्त की आपूर्ति करने वाली वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे रेटिनोपेथी हो सकती है| इस स्थिति में आंखों से खून बहना, दृष्टि का धुंधला पड़ना और संपूर्ण दृष्टि क्षमता को नुकसान पहुँच सकता है। यह एक ऐसी समस्या है जिसमें बाधित रक्त प्रवाह ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचाता है।
- मतली: अंतरकपालीय दबाव में वृद्धि मतली का कारण बनता है।