प्रत्येक 7 में से एक 1 व्यक्ति ने अपने जीवन के किसी न किसी पड़ाव पर
डिप्रेशन को अवश्य महसूस किया होगा।
डिप्रेशन का उपचार
सही उपचार आपको डिप्रेशन से तेज़ी से उबरने में मदद कर सकता है।
टॉकिंग थेरपी (बात चीत से इलाज) और डिप्रेशनरोधी दवांए, इसके दो मुख्य उपचार हैं। एक ही साथ इन दोनों तरीकों का प्रयोग डिप्रेशन का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका है। टॉकिंग थेरपी आपकी सोच की प्रवृति और हालातों और रिश्तों पर आपकी प्रतिक्रिया को बदलने में सहायता करके, डिप्रेशन का इलाज करती है। डिप्रेशनरोधी दवांए उदास भावनाओं को दूर करने में सहायता करती है।
डिप्रेशनरोधी दवाइयां
डिप्रेशनरोधी वह दवाइयां हैं जो डिप्रेशन का इलाज करती हैं। वे हमारे दिमाग में कुछ प्राकृतिक रसायनों को संतुलित करने का काम करती हैं। इनका पूरा असर दिखाई देने में 6-8 सप्ताह का समय लग सकता है। लक्षणों के कम होने के बाद भी कम से कम छह महीने तक डिप्रेशनरोधी का एक सामान्य कोर्स चलता है। कई प्रकार की डिप्रेशनरोधी दवाएं उलब्ध हैं। डिप्रेशनरोधी दवाइओं के कुछ हल्के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं जो आम तौर पर लंबे समय तक नहीं रहते। इनमें सिरदर्द, मतली, नींद की समस्या, बेचैनी, और यौन समस्यांए शामिल हैं। आपके और आपके चिकित्सक को सबसे प्रभावकारी दवा का चुनाव करने से पहले कई प्रयास करने पड़ सकते हैं।
डिप्रेशन रोधी के प्रकार
- सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इन्हिबिटर( एसएसआरआई): डिप्रेशनरोधी दवा की यह पीढ़ी डिप्रेशन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं का सबसे आम वर्ग है। इसके उदाहरणों में सीटेलोप्रैम (citalopram) एसिटालोप्रैम(escitalopram), पेरोक्सेटीन(paroxetine), फ्लुओक्सैटिन(fluoxetine) और सर्ट्रालिन(sertraline) शामिल हैं। दो नई दवाइयों, विलाज़ाडऑन () और वोर्टियोसेटिन () को “सेरोटोनिन मॉडुलेटर और उत्तेजक” (“serotonin modulators and stimulators”) या एसएमएस (SMS) (मतलब कि इनमें एसएसआरआई के समान गुण हैं, लेकिन यह अन्य मस्तिष्क रिसेप्टर्स को भी प्रभावित करती है) विलजोडोने (vilazodone) and वोरटीओक्सेटीने(vortioxetine) इसके प्रकार है। इनके साइड इफेक्ट आम तौर पर हल्के होते हैं लेकिन कुछ लोगों में कई परेशानियों का कारण भी बन सकते हैं। इनमें मतली, पेट की परेशानी, यौन समस्याओं, थकान, चक्कर आना, अनिद्रा, वजन में परिवर्तन, और सिरदर्द शामिल हैं।
- सेरोटोनिन और नॉरएफिनेफ्रिन रीअपटेक इन्हिबिटर( एसएनआरआई): यह एक नए प्रकार के डिप्रेशनरोधी है। इस वर्ग में वेनलाफैक्सिन (venlafaxine), डेवेनलाफैक्सिन (desvenlafaxine), ड्यूलॉक्सैटिन (duloxetine) और लेवोमिलानेशिप्रैन (levomilnacipran) शामिल है। इनके दुष्प्रभाव में, पेट की परेशानी, अनिद्रा, यौन समस्यांए, तनाव, चक्कर आना और थकान शामिल हैं।
- ट्राईसाइक्लिक डिप्रेशनरोधी(टीसीए): यह डिप्रेशन के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली सबसे पहली दवाओं में से एक है। एमीट्रिप्टिलाइन (amitriptyline), डिसीप्रामीन (desipramine), डॉक्सिपिन (doxepin), इमीप्रमाइन (imipramine), नॉर्ट्रीप्टीलाइन (nortriptyline), प्रोटट्रिप्टिलाइन (protriptyline) और ट्राइमिप्रामाइन (trimipramine) इनके उदारण हैं। इनके दुष्प्रभावों में पेट की परेशानी, चक्कर आना, शुष्क मुख, रक्तचाप में परिवर्तन, रक्त शर्करा के स्तर में परिवर्तन और मतली शामिल है।
- मोनोमाइन ऑक्सीडेज इनहिबिटर (एमएओई): ये डिप्रेशन के शीर्घतम उपचारों में शामिल थे। फेनेलाजिन (phenelzine), त्रन्य्लसाईंप्रोमिन (tranylcypromine), आइसोकार्बोक्साजिड (isocarboxazid) इनके उदाहरण हैं। हालांकि एमएओई अच्छी तरह से काम करते हैं, किन्तु उन्हें कुछ अन्य दवाओं और कुछ खाद्य पदार्थों के साथ होने वाली उनकी गंभीर प्रतिक्रिया के खतरे के कारण सेवन के लिए नहीं लिखा जाता है। खाद्य पदार्थ जो एमएओई के साथ नकारात्मक प्रतिक्रिया दे सकते हैं, उनमें बासी पनीर और बासी मांस शामिल हैं।
- अन्य दवांए: बुप्रोपीन (Bupropion) एक अद्वितीय डिप्रेशनरोधी दवा है जो कि मस्तिष्क रसायनों, नॉरएफिनेफ्रिन (norepinephrine) और डोपामाइन (dopamine) को प्रभावित करती है। इसके दुष्प्रभाव आमतौर पर हल्के होते हैं, जिनमें पेट की परेशानी, सिरदर्द, अनिद्रा और तनाव शामिल है। बुप्रोपीन का अन्य डिप्रेशनरोधियों की तुलना में, यौन दुष्प्रभावों का कारण बनने की संभावना काफ़ी कम होती है।
मिर्टेज़ैपिन (Mirtazapine) एक अनूठी डिप्रेशनरोधी दवा है जो कि अन्य दवाइयों के विपरीत भिन्न मस्तिष्क रिसेप्टर्स के माध्यम से मुख्य रूप से सेरोटोनिन (serotonin) और नॉरएफिनेफ्रिन (norepinephrine) को प्रभावित करता है। इसका सेवन आम तौर पर सोने के समय किया जाता है क्योंकि यह अक्सर उन्घाई का कारण बनती है। इसके साइड इफेक्ट्स आमतौर पर हल्के होते हैं जिनमें सुस्ती, वजन बढ़ना, ट्राइग्लिसराइड्स (triglycerides) में वृद्धि और चक्कर आना शामिल है।
अगर आपको कोई दुष्प्रभाव महसूस होता है या यदि आप किसी अन्य दवाई, विटामिन या पूरक आहार का सेवन भी कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर को उनके बारे में अवश्य सूचित करें।
याद रखने लायक बिंदु
- दवाएं अवश्य लें।
- दुष्प्रभावों का ट्रैक रखें और अपने चिकित्सक से उनकी चर्चा करें।
- डिप्रेशनरोधी दवाओं की कोई लत या आदत नहीं पड़ती और न ही ये नशीली होती है। इसके सेवन को एक बार रोकने के बाद भी गंभीर निकासी लक्षण नहीं पैदा होते हैं।
- डिप्रेशनरोधी दवाइओं का पूरा लाभ महसूस होने में दो से दस सप्ताह लग सकते हैं।
- यदि आप बेहतर महसूस कर रहे हों, तब भी दवा का सेवन जारी रखें।
- अपने प्राथमिक देखभाल प्रदाता से बात करने से पहले अपनी दवाओं का सेवन न रोकें।
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