मोटापे के विरुद्ध मेरा संघर्ष – III व्यायाम के विभिन्न प्रकार

व्यायाम यदि आप अपना आदर्श वजन बनाए रखना चाहते हैं तो व्यायाम आपकी मूल आदत होनी चाहिए, बिलकुल भोजन और नींद की तरह। इसलिए आपको व्यायाम में विविधता की जरूरत है; क्यूंकि कभी-कभी आप अपनी सबसे प्रिय शारीरिक गतिविधि से वंचित रह जाते हैं – चाहे ऐसा चोट लग जाने के कारण हो, या रात में हुई बारिश के कारण, चाहे मैदान में क्रिकेट का मुकाबला होने वाला हो या चाहे आप केवल बदलाव चाहते हों!

दौड़ना

दौड़ना मेरे व्यायाम का सबसे बढ़िया और प्राथमिक तरीका है। चोटों को रोकने के लिए पीठ, शरीर के उपरी हिस्से, पैरों और टखनों का वार्म-अप जरूरी है। जब भी मैंने वार्म अप को नजरअंदाज किया, मेरी माँसपेशियों में यहाँ-वहाँ खिंचाव हो गया। जैसे-जैसे दिन गुजरे, मैं नियमित रूप से 4 कि.मी. दौड़ने से बढ़कर नियमित 5.5 से 6 कि.मी. दौड़ने तक पहुँच गया। इन दिनों, हफ्ते में या पंद्रह दिनों में एक बार 8 कि.मी. दौड़ना उपलब्धि मानता हूँ। यह किसी भी नियमित दौड़ने वाले की अपेक्षित प्रगति है। नियमितता बने रहना जरूरी है – यदि आप दौड़ नहीं सकते तो कैसे जारी रखें – इसके बारे में बता चुका हूँ।

दौड़ना मुझे स्वस्थ बनाए रखता है। मैं एक अलग व्यक्ति बन जाता हूँ- अधिक ऊर्जावान, दृढ़ इच्छाशक्तिवाला, स्वस्थ और दुबला। दुबला – कम-से-कम भीतर से! – यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने बारे में कैसा महसूस करते हैं। मेरी नींद की जरूरत भी 8+ घंटों से नीचे आ गई है। यदि मैं नियमित व्यायाम करता रहूँ तो मुझे वायरल संक्रमण और सर्दी नहीं होती। वे नाक बहने से आगे नहीं बढ़ पाते (ग्रीन-टी भी लाभदायक होती है) – बलगम इतनी आसानी से निकल जाता है जैसे कि दौड़ते समय पसीन। और इसलिए, समय-समय पर होने वाली सर्दी से तुरंत छुटकारा मिल जाता है।

जब मुझे बुखार होता है तब मैं निश्चित ही नहीं दौड़ता। वायरल-बुखार के दौरान विश्राम बहुत आवश्यकता है। पर्याप्त विश्राम के बाद पैदल चलना स्थिति में सुधार होने के संकेत हैं, और साथ ही यह वापस दौड़ने को आसान भी बनाता है और मझे स्वस्थ महसूस कराता है।

सूर्य-नमस्कार

यदि आप जिम में किसी निर्देशित कार्यक्रम के अनुसार चलते हैं, तो आपको कई प्रकार के बढ़िया और पूरे शरीर हेतु व्यायाम मिलते हैं। मैं स्वयं तैराकी या सूर्य-नमस्कार को महत्त्व देता हूँ। सूर्य-नमस्कार मेरे पीठदर्द को शुरुआत में ही बढ़ने (और ठीक करने) में मदद करता है – वह पीठदर्द जो ऑफिस में बैठे रहने से, या लम्बी ड्राइविंग से होता है। 40 बार सूर्य-नमस्कार का दोहराव पर्याप्त रूप से मेरा पसीना निकाल देता है। और 2 सप्ताह से अधिक का अन्तराल मुझे मेरे शरीर की नजरअंदाज की गई सभी माँसपेशियों की याद दिलाने के लिए पर्याप्त होता है 🙂 – इसलिए यह एक “पूर्ण शारीरिक” व्यायाम है।

सबसे महत्वपूर्ण, यह शरीर के लचीलेपन को बनाए रखने में और अत्यधिक व्यायाम के कारण थकी हुई माँसपेशियों को आराम देने में मदद करता है। जमीन के व्यायामों जैसे एब्स, प्लांक, पुशअप, धनुरासन और वज्रासन के दोहराव से; आप एक परिश्रमी और सम्पूर्ण व्यायाम कर लेते हैं। ध्यान के साथ समाप्ति करने से आप शरीर और मन को शांतिपूर्वक व्यवस्थित कर लेते हैं। यह ऐसी चीज है जिसपर मुझे व्यक्तिगत रूप से कार्य करने की जरूरत है।

बेहतर हो कि सूर्य-नमस्कार एक अनुभवी प्रशिक्षक द्वारा व्यक्तिगत रूप से सीखा जाए। आसनों और श्वास को सही रखना जरूरी है। इसके लिये निगरानी भरे कुछ सप्ताह पर्याप्त हैं ताकि आप अपने बल पर जारी रख सकने हेतु आवश्यक लचीलापन प्राप्त कर सकें, और आप इसे अपने शेष जीवन भर स्वयं कर सकें।

पार्क में पैदल घूमना

पैदल घूमना मुझे अपनी सक्रियता के न्यूनतम स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। 6 किमी/घंटे की गति से पैदल चलना मुझे एक घंटे में 300+ कैलोरीज ख़तम करने में मदद देता है। और समय के अनुसार मैं, एक दिन में कभी कभी 2.5 घंटे तक चला हूँ (लगातार एक बार में नहीं)।

लेकिन इसके अन्य दिलचस्प विकल्प भी हैं – जैसे बच्चों के साथ पार्क में कैच-कैच खेलना, या अपने कन्धों पर छोटे बच्चे को लेकर लालबाग में घूमना। इसमें सबसे बढ़िया बात यह है कि मैं इसे सप्ताहांत के दौरान किसी भी समय कर सकता हैं।

स्वयं को चुनौती

सप्ताहांत हाइक्स, दीवार की चढ़ाई या साइकिलिंग वह कार्य हैं जिन्हें मैं कभी-कभी करना पसंद करता हूँ। ये मुझे माँसपेशियों के उन समूहों पे ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं जिनपे मैं ध्यान देना भूल गया हूँ। खासकर चढ़ाई करना ध्यान लगाने जैसा प्रतीत होता है! मैं पूरी तरह अपनी क्रियाओं और (हार्नेस और गद्दों के बावजूद) गिरने की संभावना पर ध्यान केंद्रित रखता हूँ और ध्यान को बिलकुल भी इधर-उधर नहीं जाने देता। उँगलियों के लिए चढ़ाई वाले कार्यों से अच्छा कोई व्यायाम नहीं।

आपको अपनी रुचियाँ खोजनी होंगी। खेल गतिविधियाँ शानदार हैं, पर उसके लिए साथियों की जरूरत होगी। दूसरी तरफ व्यक्ति ट्रेकिंग या साइकिलिंग के लिए बिलकुल अनजान लोगों के साथ जा सकता है और फिर भी मजा ले सकता है।

जाते-जाते – हमारा शहरी जीवन

हमारे शहर अत्यंत प्रदूषित हैं। यदि आप अपने आसपास की हवा को स्वच्छ नहीं रख सकते तो आर्गेनिक आहार लेना भी व्यर्थ ही होगा! इसलिए यदि आप विषैले तत्वों को भीतर जाने से नहीं रोक सकते तो व्यवहारिक यही है कि व्यायाम करके उन तत्वों को बाहर निकाल दिया जाए। परिश्रमयुक्त व्यायाम पसीने और बलगम के माध्यम से विषैले तत्वों को शरीर से बाहर करने में मदद करता है। कैंसर से बचने का शायद यही एक प्राकृतिक उपाय हो।

यदि आपने अब तक शुरुआत नहीं की है, तो अब करने की जरूरत है!