आपकी गर्भावस्था की विभिन्न अवस्थाओं में रक्तचाप में बदलाव अत है क्योंकि आपका शरीर कई प्रकार के परिवर्तनों से गुज़र रहा होता है। यह आपकी स्वास्थ्यकर्मी दाई (जो कि गर्भावस्था, शिशुजन्म, बच्चे को जन्म देने के बाद की देखभाल और महिलाओं के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में निपुण होती हैं) आपसे मिलने पर जाँचेगी।
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को निम्न रक्तचाप क्यों होता है?
महिलाओं का रक्तचाप उनके कार्य के आधार पर दिन भर परिवर्तित होता है और गर्भावस्था के दौरान ऐसा अधिक होना सामान्य बात है। आपका शरीर विभिन्न हारमोन उत्पन्न करता है, खासकर प्रोजेस्टेरोन, जो आपकी रक्तवाहिनियों की दीवारों को सहज होने में मदद करता है और पहली और दूसरी तिमाही के दौरान आपके रक्तचाप को नीचे ला सकता है।
जैसे ही आप अपनी तीसरी तिमाही की तरफ बढ़ती हैं, आपका रक्तचाप फिर से बढ़ना शुरू हो जाता है और शिशु के जन्म के कुछ सप्ताह पहले गर्भावस्था के पहले के स्तर तक लौट आता है।
ध्यान रखें
हालाँकि गर्भावस्था में निम्न रक्तचाप का अनुभव करना सामान्य है, फिर भी यह महत्वपूर्ण है कि आपकी स्वास्थ्य कार्यकर्ता (दाई) जाँच करके यह निश्चित करे कि आपकी गर्भावस्था सहजतापूर्वक चल रही है और किसी भी प्रकार की कोई भीतरी स्थिति उत्पन्न नहीं हो रही है। इसमें प्री-एक्लेम्पसिया भी आती है, जो ऐसी स्थिति है कि यदि पहचान में ना आए तो आपके और आपके गर्भस्थ शिशु के लिए गंभीर समस्याएँ उत्पन्न कर सकती है। इस स्थिति के संकेतों के लिए आपकी दाई आपके मूत्र का परीक्षण और आपके रक्तचाप की जाँच करेगी।
गर्भावस्था में निम्न रक्तचाप होना सामान्य है और आपकी अवस्था के विकास के साथ इसके होने की संभावना होती है। यदि आप बेहोशी का अनुभव करते हैं या बीच-बीच में चक्कर आने की स्थितियां रहती हैं, तो अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य कार्यकर्ता से कहें क्योंकि इसका अर्थ यह हो सकता है कि आपका रक्तचाप विशेष रूप से कम है।
आपके शिशु के जन्म के पश्चात अस्पताल में रहने के दौरान थोड़े-थोड़े समय में आपका रक्तचाप लिया जाएगा और शिशु को जन्म देने के पश्चात आप अपने रक्तचाप को सामान्य स्थिति में आने की आशा कर सकती हैं, यदि आपको पहले से रक्तचाप सम्बन्धी कोई परेशानी ना रही हो।
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