उपचार सम्बन्धी त्रुटि आपके रोग का समय बढ़ा देती है?
यदि आप या आपका परिवार डॉक्टर के पास गए हैं और आपको ठीक होने में अधिक समय लग रहा है या अन्य समस्याएँ हो गई हैं, तो संभावना है कि आप दवा लेने सम्बन्धी त्रुटि का शिकार हो गए हैं। यह त्रुटि इतनी आम है कि कोई भी इससे बच नहीं सकता। और दवा लेने की त्रुटि के कारण होने वाली समस्या को अक्सर हम बीमारी से होने वाली समस्सया समझ बैठते हैं। ऐसा अनुमान है कि उपचार सम्बन्धी सभी प्रकार की त्रुटियों के कारण भारत में 50 लाख छति या स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। टाली जा सकने वाली चिकित्सा त्रुटियों के कारण हर वर्ष यूएसए को 1.3 लाख करोड़ रु का नुकसान होता है। जरा कल्पना कीजिये यूएसए की अपेक्षा नियमों और उनके पालन में होने वाली कमियों के चलते भारत में यह आँकड़ा कितना अधिक होगा।
आइये आप से दवा संबंधी त्रुटियों से पिछले साल हुई एक घटना का ज़िक्र करता हूं। पिछले साल पूरे परिवार के लिए मैं केवल 3 बार डॉक्टर के पास गया। इनमें से एक मेरे बेटे के लिए थी। मेरे बेटे को कुछ डरावनी बीमारी थी जिसे पीएसजीएन कहते हैं (PSGN-पोस्ट स्ट्रेप्टोकोकल ग्लोमेरुलो-नेफ्रैटिस)। हम डरे हुए थे क्योंकि लगभग 2 सप्ताहों से मूत्र में खून आ रहा था। यह इतना गंभीर नहीं था, क्योंकि यह अपने आप ठीक हो जाता है। हमारे पास बढ़िया डॉक्टर थे, जो हमारे बच्चों के नियमित डॉक्टर हैं। डॉक्टर ने कुछ एंटीबायोटिक्स और पेट को आराम देने वाली दवाएँ लिखीं। हमने फार्मासिस्ट से अपनी दवाएँ लीं और घर लौट आए।
एक बढ़िया काम जो मैंने किया वह था कि अपने पर्चे का चित्र हेल्थ-पाई डिजिटल नर्स एप पर ले लिया। मुझे तुरंत ही हेल्थ एप और टेक्स्ट एसएमएस के द्वारा डिजिटल परचा मिल गया और इसके द्वारा मैंने अपने हाथ की दवा और पर्चे पर लिखी हुई दवा का मिलान किया। इनमें से एक दवा का मिलान नहीं हुआ। मैंने इसके बारे में जानने के लिए हेल्थ पाई टीम को 9739300031 पर फ़ोन किया। उन्होंने मुझे बताया कि फार्मासिस्ट ने गलत दवा दे दी है और वह वयस्कों की दवा है जिसमें 10 गुना अधिक मात्रा है। यह दवा बच्चे को नहीं दी जानी चाहिए थी।
मैंने अपने डॉक्टर को फ़ोन लगाया और इस बात की पुष्टि की तथा उन्होंने कहा कि फार्मासिस्ट ने गलत दवा दी है। मैं दवा लेने सम्बन्धी त्रुटि को टालने में सौभाग्यशाली रहा। दुर्भाग्य से हममें से अधिकतर इस प्रकार की त्रुटि को पहचान नहीं सकते क्योंकि हम पर्चे पर लिखी हुई डॉक्टर की लिखाई समझ नहीं पाते। किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न होना या उम्मीद के अनुसार सुधार ना होना, ये सभी दवाओं के लेने की गलती से हो सकते हैं लेकिन हममें से अधिकतर तब तक जागरूक नहीं होंगे जब तक हमारे पास तकनीक की ताकत ना हो जैसे कि हेल्थ-पाई एप।
यही वह सही समय है जब हमें इस खतरे के बारे में सतर्क हो जाना चाहिए जो बीमारी से भी अधिक बदतर है। यदि आप सतर्क रहें तो आप जल्द और सुरक्षित रूप से ठीक हो सकते हैं और स्वयं को सभी प्रकार के दर्द से बचा सकते हैं तथा स्वास्थ्य से भरे कई अतिरिक्त दिन भी पा सकते हैं। इसलिए अगली बार जब आप डॉक्टर के पास जाएँ, तो ली गई दवा को दोबारा पर्चे के हिसाब से जाँचें। यदि आप डॉक्टर की लिखाई नहीं समझ पाते तो बेखटके हेल्थ-पाई एप या अन्य किसी एप का प्रयोग करें या डॉक्टर से फिर मिलें ताकि यह निश्चित हो सके कि आपको सही दवाएँ मिली हैं।
स्वस्थ रहें और अपना ध्यान रखें!