लिखी गई दवाओं का दुरूपयोग

अपनी रासायनिक रचना के कारण ड्रग (दवाएँ) रसायन होती हैं, और शरीर को विभिन्न रूपों में प्रभावित कर सकती हैं। डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाओं का दुरूपयोग विश्व भर में एक समस्या बन गई है और यह प्रतिदिन बदतर ही होती जा रही है।

लिखी गई दवाओं का दुरुपयोग क्या है?

यह तब होता है जब डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाओं का, डॉक्टर द्वारा न चाहे गए तरीके/रूप में प्रयोग किया जाए।

वास्तव में होता क्या है?
डोपामाइन मस्तिष्क के उन क्षेत्रों में उपस्थित न्यूरोट्रांसमीटर है जो गति, भावना, बोध, प्रोत्साहन और आनंद की अनुभूति करने वाली भावनाओं पर नियंत्रण करते हैं। जब ड्रग मस्तिष्क में प्रवेश करते हैं, तो वे वास्तव में मस्तिष्क के कार्य करने के तरीके को बदल सकते हैं। ये वे परिवर्तन हैं जो ड्रग के आदतन उपयोग की तरफ ले जाते हैं, जो कि लत पड़ने की विशेष पहचान है।

लिखी गई दवाओं के प्रभाव और खतरे तब अधिक तीव्र हो जाते हैं जब ये ड्रग शराब या अवैध मादक पदार्थों के साथ मिल जाते हैं। विभिन्न प्रकार के उपचारों या दवाओं को मिलाकर लेना हानिकारक हो सकता है चाहे वे रोगों को ठीक करने के लिए, कही गई खुराक में ही इस्तेमाल किये गए हों। अपने स्वास्थ्य प्रदाता से ली जा रही सभी दवाओं और पूरक आहारों के बारे में बात करें ताकि ये निश्चित हो सके कि आप स्वयं को स्वास्थ्य सम्बन्धी किसी भी खतरे में नहीं डाल रहे हैं।

सर्वाधिक दुरूपयोग किये जाने वाले ड्रग में दर्द निवारक, उत्तेजना देने वाले और अवसाद मिटाने वाले ड्रग आते हैं।

परिणाम

किसी भी प्रकार की रोकी जा सकने वाली बीमारी के मुकाबले दवाओं के दुरुपयोग से अधिक मौतें, रोग और अपंगता होती है। आज चार में से एक मौत का कारण ड्रग का अनुचित प्रयोग है।
  • रोग प्रतिरोधक शक्ति को कमजोर करता है, जिससे संक्रमणों का शिकार होने की संभावना बढ़ती है।
  • मतली, उलटी और पेट दर्द।
  • लिवर को अधिक कार्य करने हेतु विवश करते हैं, जिससे लिवर को अत्यधिक क्षति होती है या वह कार्य करना बंद करने लगता है।
  • झटके आना, मस्तिष्क आघात होना, और बड़े पैमाने पर मस्तिष्क को क्षति पहुँचाना जिससे स्मृति, एकाग्रता और निर्णय सम्बन्धी समस्याएँ उत्पन्न होने के अलावा मानसिक असमंजस और स्थाई रूप से मस्तिष्क को क्षति पहुँचाकर रोजमर्रा के जीवन के हर पहलू पर प्रभाव डाल सकता है।
  • शारीरिक परिवर्तन जैसे कि पुरुषों में स्तनों का विकास, भूख में उतार-चढ़ाव और शरीर के तापमान में बढ़ोतरी जो कई प्रकार के रोगों पर प्रभाव डाल सकता है।
  • व्यवहार सम्बन्धी समस्याएँ (उन्माद, आक्रामकता, भ्रम, स्वयं पर नियंत्रण ना होना आदि)।
  • जन्म सम्बन्धी विकृतियाँ।
  • जो लोग अवसादरोधक दवाओं, जिनमें बेन्जोडाइजेपीन, नींद लाने वाली दवाएँ, बार्बिचुरेट्स और उनींदा करने वाली दवाओं का दुरूपयोग करते हैं, वे स्वयं को झटकों, श्वास सम्बन्धी परेशानियों और दिल के धड़कन की गति में कमी हो सकती है।
  • वे लोग जो दवाओं का दुरुपयोग स्वयं को इंजेक्शन लगाकर करते हैं, अपने आप को अतिरिक्त खतरों की चपेट में ले आते हैं, जिनमें एचआईवी (एड्स), हेपेटाइटिस बी और सी तथा रक्त के माध्यम से आने वाले अन्य वायरस हैं।

दवाओं के दुरुपयोग के लक्षण

दवाओं के दुरूपयोग के कुछ संकेतों, जिनपर ध्यान दिया जाना चाहिए, में हैं:
  • सिकुड़ी हुई पुतलियाँ, तिरस्कारपूर्ण बोली।
  • व्यक्तित्व में परिवर्तन, मिजाज के उतार-चढ़ाव, चिड़चिड़ापन।
  • अत्यधिक ऊर्जा होना, नींद ना आना या नींद से परहेज करना।
  • पसीना, लाल त्वचा, भूख ना लगना।
  • भूलना, उनींदापन, और फूहड़ता।
घर पर दवा के दुरुपयोग के संकेत:
  • गुमी हुई या अनजानी गोलियाँ मिलना।
  • सर्दी और खाँसी की दवाओं की खाली बोतलें या पैक।
अपने किसी निकटतम व्यक्ति के स्वास्थ्य और उत्तमता को दवाओं के दुरूपयोग से प्रभावित होते देखना दर्दनाक होता है। आप जितना भी किसी दुरूपयोग करने वाले को सहायता देना चाहें, पर आप जोर नहीं लगा सकते, ना ही गिड़गिड़ाना और ना ही डराना काम करता है। आप किसी भी व्यक्ति को दवाओं के दुरुपयोग के उपचार के विकल्प को लेने हेतु प्रोत्साहित कर सकते हैं। वे ठीक तभी होंगे, जब दुरुपयोग करने वाले ने वास्तव में स्वस्थ जीवनशैली रखने का निर्णय कर लिया हो।