आज की तेज भाग दौड़ के जीवन शैली में स्वास्थ्य के बारे में सोचने की लोगों को फुर्सत नहीं है। शरीर में धीरे-धीरे बीमारी अपना घर बनाते हुए जब उग्र रुप धारण कर लेती है तभी बीमारी की गंभीरता का एहसास होता है।
फिर शुरू होता है डॉक्टर के पास जाना, अस्पतालो के चक्कर लगाना, बीमारी की जांच एवं उपचार का सिलसिला और कभी-कभी इतनी देर हो चुकी होती है पूर्ण स्वास्थ्य प्राप्त नहीं हो पाता, आजीवन दवाओं का सहारा लेना पड़ता है।
ऐसी स्थिति से बचने के लिए नियमित दिनचर्या की आदत डालें। देर रात तक tv, कंप्यूटर, नेट पर न बैठे। कम से कम 6-7 घंटे की अच्छी नींद लें और और सुबह जल्दी सोकर उठें। अपनी आवश्यकता एवं सामर्थ्य के अनुसार सुबह की पैदल सैर करें, दौड़े, व्यायाम, प्राणायाम तथा योगा आदि करें। उसके बाद भरपूर पौष्टिक नाश्ता कर के अपने दिन की अच्छी शुरुआत करें।
स्वस्थ दिमाग एवं शरीर से काम लेने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो कि उचित पौष्टिक नाश्ते द्वारा ही प्राप्त हो सकती है अतः नाश्ते की अनदेखी ना करें। इस श्रंखला में अब नाश्ते में क्या हो यह मैं आपको आगे बताऊंगी।