प्रोसेस्ड आहार इन्सुलिन के साथ ही अन्य हारमोनों में भी असंतुलन कर सकता है। इसलिए नाश्ते वाले दलिए, टिन में बंद सूप, ब्रेड, सॉस और तैयार भोजन जैसे प्रोसेस्ड आहार ना लें।
लगभग सभी पैक आहारों में सोडियम होता है। हर बार जब आप कोई पैक आहार खाएँ या बनाएँ, तो अपने रोजाना की नमक की खुराक का ध्यान रखने के लिए यह जानें कि उसमें सोडियम की मात्रा कितनी है। यह 51 वर्ष से अधिक के लिए 1500 मिग्रा/दिन, जबकि अन्य आयु वालों के लिए 2300 मिग्रा/दिन है। सोडियम का दैनिक उपभोग लगभग 3400 मिग्रा/दिन है, जिसका अधिकतर हिस्सा प्रोसेस्ड आहारों से आता है।
फ्रुक्टोस द्वारा प्राप्त होने वाली कैलोरीज (जो कि शक्कर युक्त पेयों जैसे सोड़ा, एनर्जी और स्पोर्ट्स ड्रिंक्स, कॉफ़ी पेयों, और प्रोसेस्ड आहारों जैसे डोनट्स, मफिन्स, मिठाइयाँ) से आपको, आपके पेट के आस-पास वजन बढ़ाकर ‘सेब’ में बदल देने की बहुत संभावना होती है। शक्करयुक्त आहारों में कमी करने से कमर पतली बनी रहती है और साथ- ही-साथ मधुमेह का खतरा भी कम होता है।
चिप्स, केक्स, बिस्कुट और अन्य प्रोसेस्ड आहार बच्चों के नाश्ते के डिब्बे के लिए सुविधाजनक हो सकते हैं किन्तु इनमें अस्वास्थ्यकर चर्बी, सोडियम और परिरक्षक होते हैं। इसकी जगह उन्हें घर में बनी वस्तुएँ, सूखे मेवे, केक, कूकीज आदि देकर उनमें खाने की उचित आदतें डालें।
तैयार और पैक आहारों के पोषण स्तर की जांच करना ना भूलें, क्योंकि हमारे द्वारा लिए गए सोडियम की 75 प्रतिशत मात्रा प्रोसेस्ड आहारों में छुपी होती है। लेबल पर ‘सोड़ा’ ‘सोडियम’ शब्दों को देखें और ‘Na’ का चिन्ह भी देखें, जिसका अर्थ है कि सोडियम पदार्थ उपस्थित हैं।
गर्मी के दौरान त्वचा की देखभाल बहुत हद तक उचित आहार पर निर्भर करती है। त्वचा के लिए हितकारी आहार जैसे सब्जियाँ और फल को सलाद के रूप में, उबली सब्जियों के रूप में, जूस के और स्मूथी के रूप में लें ताकि एंटीऑक्सीडेंट और फ्लावोनोइड की अधिक मात्रा दी जा सके और शक्कर, रिफाइंड आहार और प्रोसेस्ड आहार को घटाया जा सके।