अधिक मात्रा में नमक ना खाएँ। एक दिन में 6 ग्राम से अधिक नमक का प्रयोग ना करें. पैक किये हुए पदार्थों जैसे कई प्रकार के नाश्ते वाले दलिए, टिन में पैक सूप, ब्रेड, सॉस और तैयार खाद्य पदार्थों में नमक पहले ही रहता है। सोडियम की अधिक मात्रा उच्च रक्तचाप तक ले जा सकती है साथ ही कन्जेस्टिव हार्ट फेलियर, सिरोसिस, और गुर्दे की पथरी के रोगियों के शरीर में तरल पदार्थ का निर्माण कर सकती है।
रेशे से समृद्ध आहार जैसे ब्राउन ब्रेड, दालें और अनाज अधिक मात्रा में लें। हमें प्रतिदिन लगभग 40 ग्राम रेशा लेने की आवश्यकता होती है। रेशा शरीर द्वारा कोलेस्ट्रॉल के हजम किये जाने को रोकता है। यह कब्ज और आंत के सिरे तथा मलाशय के कैंसर से बचाव करता है। यह दिल की नसों के रोगों के विरुद्ध सहायक है।
प्रोसेस्ड आहार इन्सुलिन के साथ ही अन्य हारमोनों में भी असंतुलन कर सकता है। इसलिए नाश्ते वाले दलिए, टिन में बंद सूप, ब्रेड, सॉस और तैयार भोजन जैसे प्रोसेस्ड आहार ना लें।
सफ़ेद कार्ब्स अर्थात रिफाइंड अनाज जैसे सफ़ेद चावल, पास्ता, सफ़ेद ब्रेड, नूडल्स, रेप्स, और मैदे और ब्रेड से बनी कोई भी वस्तु। इनके बनाने की प्रक्रिया के दौरान पोषक तत्व हटा दिए जाते हैं, जिससे ये कैलोरी से भरपूर और पोषण में निम्न हो जाते हैं। ये हमारे शुगर के स्तर में नुक्सानदायी उछाल देते हैं। इनके स्थान पर आप भूरे कार्ब्स (रिफाइंड ना किये हुए जटिल कार्ब्स) लें, जैसे भूरे चावल, साबुत अनाज, ओट्स, ओटमील, दालें, मेवे। इन सभी में पोषण और विटामिन जुड़े हुए आते हैं।