अदरक का प्रयोग सर्दी को रोकने, गति सम्बन्धी परेशानी को दूर करने, अपच हटाने में किया जाता है और यह उलटी और गले की पीड़ा की घरेलू औषधि भी है। यह खून की गति में भी सहायता करती है।
पाचनशक्ति को सुधारने और पाचन सम्बन्धी समस्याओं को कम करने के लिए आपको अपने आहार में अदरक शामिल करना चाहिए। यह भोजन पचाने के लिए आवश्यक पाचक रसों और एंजाइम के प्रवाह को उत्प्रेरित करती है. प्रतिदिन अदरक युक्त चाय पीना सहायक होता है।
पाचनशक्ति को सुधारने और पाचन सम्बन्धी समस्याओं को कम करने के लिए आपको अपने आहार में अदरक शामिल करना चाहिए। यह भोजन पचाने के लिए आवश्यक पाचक रसों और एंजाइम के प्रवाह को उत्प्रेरित करती है। एक कम गर्म पानी में 2 चम्मच अदरक का रस और 1 चम्मच शहद मिलाएँ। इसे दिन में एक-दो बार पियें।
अदरक सभी प्रकार की पाचन सम्बन्धी समस्याओं को ठीक करने का अद्भुत घरेलू उपचार है, इनमें फ़ूड पोइसनिंग से होने वाली समस्याएँ भी आती हैं।
अदरक दमा सहित कई रोगों का जाना-माना प्राकृतिक उपचार है। समान मात्रा में अदरक का रस, अनार का रस और शहद मिलाएँ। इस मिश्रण को एक बड़ा चम्मच भरकर दिन में दो या तीन बार लें।
अदरक दमा का समय-सिद्ध उपचार है। इसके सूजनरोधी गुण हवा आने-जाने के मार्ग की सूजन कम करने में मदद करते हैं और उन्हें सिकुड़ने से रोकते हैं। अदरक के रस, अनार के रस और शहद को समान मात्रा में मिलाएँ। अपने बच्चे को इस मिश्रण की 1 बड़ी चम्मच भर कर दिन में तीन बार दें।
अदरक को रामबाण औषधि माना जाता है। अदरक की चाय आपके गले की पीड़ा को हरने का और आपको बेहतर एहसास करवाने का बढ़िया तरीका है। अदरक में फफूंदरोधी और बैक्टीरियारोधी गुण होते हैं जो गले की पीड़ा से मुकाबला करते हैं। अदरक औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसलिए, अदरक की चाय पीना गले की पीड़ा से छुटकारा पाने के तरीकों में बढ़िया तरीका है।