मसूढ़ों की देखभाल के घरेलू उपाय




नमक और बीपी, दाँतों की देखभाल, मुख स्वास्थ्य, मसूढ़ों की देखभाल

कृत्रिम दांत लगाने वालों को बत्तीसी बैठाने के दौरान नमक का प्रयोग अत्यंत आराम देता है। यह मसूढ़ों की सूजन और दर्द को कम करता है। यह मुँह के भीतर बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकता है और मुँह के घाव या मुँह सूखने के खतरे को कम करता है।

हल्दी, दाँतों की देखभाल, मुख स्वास्थ्य, मसूढ़ों की देखभाल

दर्दनिवारक क्षमता के कारण हल्दी का प्रयोग आप मसूढ़ों के दर्द को कम करने के लिए कर सकते हैं। चौथाई चम्मच पिसी हल्दी और कुछ बूँद पानी लेकर पेस्ट बनाएँ, इसे दर्द वाले मसूढ़े पर लगाएँ। इसे 5 मिनट लगे रहने दें, फिर कुछ मिनट के लिये मसूढ़ों की मालिश करें। अपने मुँह में कुनकुना पानी अच्छी प्रकार घुमाएँ। सप्ताह में कम-से-कम दो बार आजमाएँ।

मुख स्वास्थ्य, दाँतों की देखभाल, मसूढ़ों की देखभाल

मुँह में तेल भरना सदियों पुराना अभ्यास है जो मुँह से हानिकारक बैक्टीरिया हटाकर मुख स्वास्थ्य हेतु सहायता करता है। यह आपके मुँह को नम बनाकर मुँह सूखने की समस्या दूर करता है और यही नहीं साँस की दुर्गन्ध भी दूर करता और मसूढ़ों की सूजन भी घटाता है।

दाँतों की देखभाल, घरेलू उपाय, आंवले, मसूढ़ों की देखभाल

आँवला घाव भरने की क्रिया और मसूढ़ों को लाभ देने वाले संयोजी ऊतकों के विकास को तेज करता है। इसके अतिरिक्त, यह मुँह को साफ करता है और साँस की बदबू से छुटकारा देता है। प्रतिदिन 1/2 गिलास पानी के साथ 1/2 चम्मच सूखा आँवला चूर्ण लें या एक ताजा आँवला लें।

केला, हड्डी , मुख स्वास्थ्य, स्वास्थ्यवर्धक आहार, टमाटर, आंवले, विटामिन सी, दाँतों की देखभाल, मसूढ़ों की देखभाल

स्वस्थ हड्डियों और दाँतों के लिए विटामिन सी आवश्यक पोषक तत्व है। यह आयरन के पचने को बढ़ावा देता है। विटामिन सी की कमी से कमजोरी, मसूढ़ों से खून और हड्डियों की विकृतियुक्त प्रगति होती है। ताजे आंवले, खट्टे फलों, अमरुद, केले और कुछ सब्जियों जैसे टमाटर में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

लहसुन, मसूढ़ों की देखभाल

लहसुन में सूजनरोधी और बैक्टीरिया रोधी गुण होते हैं जो दांत दर्द के इलाज में बढ़िया होते हैं। आप लहसुन के रस को सीधे मसूढ़ों पर लगा सकते हैं और लगातार होने वाले दर्द से मुक्ति पा सकते हैं। सर्वश्रेष्ठ परिणामों के लिए नियमित रूप से कुछ लहसुन चबाएं।