संतरा, नीबू और ग्रेपफ्रूट जैसे फल विटामिन सी का सर्वश्रेष्ठ स्रोत होते हैं, जो शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत को उभारने में मदद करता है। खट्टे फल और केले पोटैशियम का बेहतर स्रोत होते हैं, जो रक्तचाप नियमित करने में मदद करता है।
लाल शिमला मिर्च, पत्तागोभी, मशरुम, प्याज़ और टमाटर जैसी सब्जियाँ अत्यंत कम कैलोरीयुक्त होती हैं। वजन कम करने हेतु लिए जाने वाले कम कैलोरी वाले फलों में नीबू, अंगूर, सेब, नाशपाती, संतरे, आलूबुखारे, स्ट्रॉबेरी, तरबूज आदि हैं।
यह निश्चित करें कि आप पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियों का सेवन कर रहे हैं क्योंकि ये पोटैशियम से समृद्ध होते हैं। सब्जियों के लिए आप मटर, पत्तेदार सब्जियाँ, टमाटर, पालक और आलू चुन सकते हैं। फल जैसे कि केले और संतरे तथा सूखे मेवे जैसे किशमिश, खुबानी, आलूबुखारा और खजूर भी पोटैशियम से समृद्ध होते हैं. ओवरडोज़ के खतरे से बचने के लिए ध्यान रखें कि आपका पोटैशियम आहार से लिया गया हो ना कि पूरकों से।
संतरे के छिलके में सिकोड़ने का गुण होता है जो त्वचा के पोरों में जमे तेल और मृत कोशिकाओं को हटाने में सहायक होता है। यह मुहाँसों को भी तेजी से सुखाता है। इसके अलावा संतरे के छिलके का विटामिन सी त्वचा की नई स्वस्थ कोशिकाओं की वृद्धि भी करता है।
100 ग्राम संतरे में ग्राम 53.2 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 64 प्रतिशत होता है। रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाने के लिए, त्वचा की समस्याओं से मुकाबले के लिए, कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए, दिल को मजबूती देने के लिए, हड्डियों को ताकत देने के लिए, बढ़ती उम्र को धीमा करने के लिए, कैंसर से बचाव के लिए और आँखों की रौशनी सुधारने के लिए संतरे खाएँ या उनका रस पियें।
1 संतरे में 62 कैलोरी होती है, जिसमें 2% चर्बी, 90% कार्बोहायड्रेट और 8% प्रोटीन होते हैं। यह विटामिन सी के सर्वोत्तम स्रोतों में से एक है।
फलों में विटामिनों और खनिजों की प्रचुर मात्रा होती है। क्या आप जानते हैं कि विटामिन सी की गोलियों के मुकाबले संतरा स्वास्थ्य को अधिक लाभ पहुंचाता है। कृत्रिम पूरक लेना, सीधे प्राकृतिक आहार लेने से बिलकुल अलग होता है। अपनी प्लेट को इन 10 सर्वाधिक पौष्टिक फलों से भरें: तरबूज, खुबानी, एवोकेडो, सेब, खरबूज, ग्रेपफ्रूट, कीवी, अमरुद, पपीता और स्ट्रॉबेरी।