पपीते का नियमित प्रयोग दिल की नसों के सख्त होने और शुगर के कारण होने वाली दिल की बीमारी को रोकता है। पपीता विटामिन ए, सी और ई, जो कि सभी शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट हैं, का बढ़िया स्रोत है। पपीता रेशे का भी अच्छा स्रोत होता है, जो कोलेस्ट्रॉल की बढ़ी हुई मात्रा कम करने में मदद करता है।
पपीते में पाचक एंजाइम पपेन की अत्यधिक मात्रा मुश्किल प्रोटीन रेशों को तोड़ने में सहायता करती है और इस प्रकार पाचन की क्रिया को मदद देती है। इस फल में पानी की और घुलनशील रेशे की उच्च मात्रा होती है जो पाचन प्रक्रिया को सुगम बनाती है। इसके कारण आँतों की क्रिया उचित होती है और कब्ज रोकने में मदद मिलती है।
पपीते के बीज आपको आँतों के कीड़े और परजीवियों से छुटकारा पाने में मदद करते हैं क्योंकि ये प्रोटीन तोड़ने वाले एंजाइम और कीटाणुनाशक अल्कलॉयड कारपेन से भरपूर होते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट विटामिन ए, सी और ई की उपस्थिति के कारण पपीता आपकी आँखों के लिए अच्छा होता है। इसमें केरेटोनोइड्स ल्युटीन और जियाज़ेन्थिन होते हैं जो रेटिना को नुकसान पहुँचाने वाली अधिक ऊर्जा वाली नीली रोशनी के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और आँखों के अन्य रोगों के विरुद्ध भी सुरक्षा देते हैं।
जब पका पपीता फेस पैक की तरह उपयोग किया जाता है, यह त्वचा के बंद छिद्रों को खोलता है, जो मुहाँसों का इलाज करता और त्वचा का संक्रमणों से बचाव करता है। पपीते का खमीरीकृत गूदा, पपेन की उपस्थिति के कारण, त्वचा की मृत कोशिकाओं को गलाने और आपको ताजी, चमकदार त्वचा देने में मदद करता है। यह चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशानों को भी घटाता है।
पपीता आपके बालों के लिए बहुत लाभकारी होता है। कई प्रकार के खनिजों, विटामिनों और एंजाइम से भरपूर होने के कारण, पपीता बालों की वृद्धि और मजबूती को बढ़ाता है। यह आपके बालों की जड़ों को पोषण देकर आपके बालों को भी घना करता है। यह रूसी को कम करने में भी उपयोगी है।
पपीते में कोलेस्ट्रॉल और चर्बी नहीं होते और कैलोरी की अत्यंत कम मात्रा होती है इसलिए यह डाइटिंग करने वालों के लिए बहुत बढ़िया आहार है। यदि आप वजन उचित बनाए रखना चाहते हैं, आप कच्चा और उबला दोनों तरह का पपीता खा सकते हैं।
पपीता पोटैशियम का बढ़िया स्रोत है, यह वह खनिज है जो सोडियम के प्रभावों का मुकाबला करता है और रक्तचाप को सामान्य बनाए रखता है।
100 ग्राम पपीते में 62 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 75 प्रतिशत होता है। यदि आपको लेटेक्स या पपेन से एलर्जी है, तो पपीता ना खाएँ। गर्भावस्था में कच्चा पपीता ना खाएँ।
पपीते में त्वचा को नर्म बनाए और घाव भरने वाले एंजाइम होते हैं। इस फल के एंजाइम मुक्त-कणों की क्षति को रोकते हैं और बढ़ती उम्र के कारण होने वाले निशान और बारीक रेखाओं को मिटाते हैं। ये त्वचा की सतह पर की मृत कोशिकाओं को घुलकर मिटा देते और त्वचा को स्वच्छ कर देते हैं।
फलों में विटामिनों और खनिजों की प्रचुर मात्रा होती है। क्या आप जानते हैं कि विटामिन सी की गोलियों के मुकाबले संतरा स्वास्थ्य को अधिक लाभ पहुंचाता है। कृत्रिम पूरक लेना, सीधे प्राकृतिक आहार लेने से बिलकुल अलग होता है। अपनी प्लेट को इन 10 सर्वाधिक पौष्टिक फलों से भरें: तरबूज, खुबानी, एवोकेडो, सेब, खरबूज, ग्रेपफ्रूट, कीवी, अमरुद, पपीता और स्ट्रॉबेरी।