अपने प्रतिदिन की खुराक में केला शामिल करना आपके शरीर के लिए कई प्रकार से लाभकारी है। केले आपको आपके वजन कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में, आपकी आँतों को स्वस्थ रखने में, हृदय की लय बनाए रखने वाले पोषक तत्व प्रदान करने में और नेत्र-स्वास्थ्य हेतु आवश्यक विटामिन देने में मदद करते हैं।
संतरा, नीबू और ग्रेपफ्रूट जैसे फल विटामिन सी का सर्वश्रेष्ठ स्रोत होते हैं, जो शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत को उभारने में मदद करता है। खट्टे फल और केले पोटैशियम का बेहतर स्रोत होते हैं, जो रक्तचाप नियमित करने में मदद करता है।
क्रेनबेरी विटामिन सी, रेशे और विटामिन ई का बढ़िया स्रोत है। यह ह्रदयवाहिनियों के रोगों को घटाता है, ट्यूमर की वृद्धि को धीमा करता है, मूत्र मार्ग के संक्रमणों को रोकता है और दाँतों से चिपककर, बैक्टीरिया को रोककर, मुख स्वास्थ्य में लाभ देता है।
केले आपको आपके वजन कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में, आपकी आँतों को स्वस्थ रखने में, हृदय की लय बनाए रखने वाले पोषक तत्व प्रदान करने में और नेत्र-स्वास्थ्य हेतु आवश्यक विटामिन देने में मदद करते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियों में किसी भी अन्य आहार की अपेक्षा प्रति कैलोरी अधिक पोषण होता है। हरी सब्जियाँ विटामिन ए, सी, ई, और के तथा कई प्रकार के बी विटामिनों का भी बढ़िया स्रोत हैं। ये कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और पोटैशियम जैसे खनिजों का समृद्ध स्रोत हैं।
नीबू के रस में उपस्थित विटामिन सी आँखों के नीचे के काले घेरे हटाने में भी सहायक होता है, यह इसके त्वचा को चमक देने वाले गुणों का कमाल है। रुई की सहायता से अपनी आँखों के चारों तरफ नीबू का ताजा रस लगाएँ। 10 मिनट लगा रहने दें और फिर धो डालें। कुछ सप्ताहों तक दिन में एक बार लगाएँ।
अमरुद में उपस्थित विटामिन सी और रेशे की उच्च मात्रा के कारण इसका सेवन शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में अत्यंत सहायक होता है। मधुमेह रोगियों को इसका छिलका नहीं खाना चाहिए इसलिए खाने के पहले इसे छील लें। हालाँकि, एक दिन में अधिक मात्रा में अमरुद नहीं खाने चाहिए।
संतरे के छिलके में सिकोड़ने का गुण होता है जो त्वचा के पोरों में जमे तेल और मृत कोशिकाओं को हटाने में सहायक होता है। यह मुहाँसों को भी तेजी से सुखाता है। इसके अलावा संतरे के छिलके का विटामिन सी त्वचा की नई स्वस्थ कोशिकाओं की वृद्धि भी करता है।
सेब घुलनशील रेशे, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। इनमें पेक्टिन भी होता है जो शरीर के विषैले तत्वों और नुकसान करने वाले व्यर्थ पदार्थों को बाहर करता है और शुगर के रोगियों की इन्सुलिन आवश्यकता को 35% तक घटाता है।
रतालू स्टार्च युक्त सब्जी है जिसमें विटामिन ए, सी, पोटैशियम और रेशे के अतिरिक्त बीटा-कैरोटीन नामक एंटीऑक्सीडेंट भी होता है। ये सभी खून की शुगर को नियंत्रित करते हैं। चाहे आप उबले या भुने जैसे भी रतालू लें, उन्हें छिलके सहित पकाएँ क्योंकि पोषक तत्वों की अधिक मात्रा छिलके के ठीक नीचे होती है।
100 ग्राम पपीते में 62 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 75 प्रतिशत होता है। यदि आपको लेटेक्स या पपेन से एलर्जी है, तो पपीता ना खाएँ। गर्भावस्था में कच्चा पपीता ना खाएँ।
100 ग्राम स्ट्रॉबेरी में 58.5 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 71 प्रतिशत होता है। नियमित खाए जाने पर स्ट्रॉबेरी त्वचा के स्वास्थ्य को सुधारती है, मस्तिष्क को मदद करती है, वजन को कम करती है, दाँतों को सफ़ेद करती है, कोलेस्ट्रॉल घटाती है, कैंसर से मुकाबला करती है और पार्किन्सन तथा अल्झाइमर से सुरक्षा देती है।
100 ग्राम संतरे में ग्राम 53.2 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 64 प्रतिशत होता है। रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाने के लिए, त्वचा की समस्याओं से मुकाबले के लिए, कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए, दिल को मजबूती देने के लिए, हड्डियों को ताकत देने के लिए, बढ़ती उम्र को धीमा करने के लिए, कैंसर से बचाव के लिए और आँखों की रौशनी सुधारने के लिए संतरे खाएँ या उनका रस पियें।
100 ग्राम अन्नानास में 47.8 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 58 प्रतिशत होता है। अन्नानास पाचन को सुधारता है, रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ाता है, वजन कम करने में मदद करता है, सूजन कम करता है, मुँह का स्वास्थ्य ठीक करता है, दृष्टि बढ़ाता है, हड्डियाँ मजबूत करता और त्वचा को स्वस्थ रखता है।
100 ग्राम फूलगोभी में 48.2 ग्राम विटामिन सी होता है, जो कि आपकी रोजाना की जरूरत का 58 प्रतिशत होता है। फूलगोभी के सेवन से आप दिल और दिमाग की नसों के रोगों से सुरक्षा पा सकते हैं, कैंसर से मुकाबला कर सकते हैं, दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ा सकते हैं और शरीर से विषैले तत्वों के बाहर जाने को मदद दे सकते हैं।
शरीर में पानी की मात्रा उचित बनाए रखने के लिए सभी प्रकार की बेरियाँ बढ़िया हैं किन्तु 92 प्रतिशत जल के साथ स्ट्रॉबेरी सर्वोत्तम है। इनमें विटामिन सी, पोटैशियम, रेशा और फोलिक एसिड भी होता है। स्ट्रॉबेरी बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने से लेकर दिल की नसों को ठीक रखने जैसे कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ देती है।
1 संतरे में 62 कैलोरी होती है, जिसमें 2% चर्बी, 90% कार्बोहायड्रेट और 8% प्रोटीन होते हैं। यह विटामिन सी के सर्वोत्तम स्रोतों में से एक है।
1 अनार में 105 कैलोरी होती हैं, जिसमें 2% चर्बी, 91% कार्बोहायड्रेट और 5% प्रोटीन होता है। यह कैंसर और ह्रदयरोग से मुकाबला करने वाले विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होता है।
कढ़ीपत्ते में पाए जाने वाले मुख्य पोषक तत्व रेशा, कैल्शियम, फ़ास्फ़रोस, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर और अन्य खनिज हैं। इसमें कई प्रकार के विटामिन जैसे निकोटिनिक एसिड, विटामिन सी, ए, बी, ई, एंटीऑक्सीडेंट, वनस्पति स्टेरोल, एमिनो एसिड्स, ग्लाइकोसाइड, और फ्लावोनोइड भी होते हैं।
स्वस्थ हड्डियों और दाँतों के लिए विटामिन सी आवश्यक पोषक तत्व है। यह आयरन के पचने को बढ़ावा देता है। विटामिन सी की कमी से कमजोरी, मसूढ़ों से खून और हड्डियों की विकृतियुक्त प्रगति होती है। ताजे आंवले, खट्टे फलों, अमरुद, केले और कुछ सब्जियों जैसे टमाटर में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
अपने खून की प्लेटलेट संख्या की चिंता है? तो विटामिन सी और ओमेगा-3 फैटी एसिड लें। कॉड लीवर आयल, अलसी का तेल, ट्यूना, सैलमन, अंडे और तुलसी के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है। विटामिन सी से भरपूर फल और आहार प्लेटलेट संख्या बढ़ाते हैं और रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं।
बैंगन में किसी एक तत्व की प्रचुर मात्रा नहीं होती, इसमें कई विटामिन और खनिज जैसे रेशे, फोलेट, पोटैशियम और मैंगनीज, विटामिन सी, के, और बी6, फोस्फोरस, कॉपर, थायमिन, नियासिन, मैग्नीशियम और पेंटोथेनिक एसिड की प्रचुर मात्रा होती है। एक कप कच्चे बैंगन में 20 कैलोरी होती हैं जिनमें 5 ग्राम कार्बोहायड्रेट, 1 ग्राम प्रोटीन, 3 ग्राम रेशा और 2 ग्राम शक्कर होती है।
ककड़ी में जल का हिस्सा अधिक मात्रा में होता है और कैलोरी अत्यंत कम होती है। ककड़ी में पाया जाने वाला एरेप्सिन नामक एंजाइम पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह पाचन को सुधारती है और गर्मी में विशेष रूप से मददगार होती है, खासकर जिनका हाजमा कमजोर हो उन्हें मदद करती है। ककड़ी में विटामिन सी होता है जो सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से त्वचा की सुरक्षा करता है और झुर्रियों, धूप से होने वाली क्षति और अन्य दिक्कतों से बचाव करता है
फलों में विटामिनों और खनिजों की प्रचुर मात्रा होती है। क्या आप जानते हैं कि विटामिन सी की गोलियों के मुकाबले संतरा स्वास्थ्य को अधिक लाभ पहुंचाता है। कृत्रिम पूरक लेना, सीधे प्राकृतिक आहार लेने से बिलकुल अलग होता है। अपनी प्लेट को इन 10 सर्वाधिक पौष्टिक फलों से भरें: तरबूज, खुबानी, एवोकेडो, सेब, खरबूज, ग्रेपफ्रूट, कीवी, अमरुद, पपीता और स्ट्रॉबेरी।
अमरुद में बढ़िया स्वाद के साथ ही पोटैशियम की भी अच्छी मात्रा होती है। यह रेशे, विटामिन सी आदि से भरपूर होता है और इसमें विशिष्ट सुगंध के साथ ही ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है और इसे पूरा खाया जा सकता है। अमरुद की 100 ग्राम मात्रा रोजाना की 12% पोटैशियम आवश्यकता पूरी कर देती है।