केला विविध गुणों से भरा फल है जिसमें कई पोषक तत्व जैसे विटामिन ए, बी. सी और ई के साथ कई खनिज जैसे पोटैशियम, जिंक, मैंगनीज और लौह आदि होते हैं।
महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा अधिक होता है, इसलिए अपनी हड्डियों की मजबूती बनाए रखने के लिए कैल्शियम की नियमित अधिक मात्रा लेना महत्वपूर्ण है। ऑस्टियोपोरोसिस एक चिकित्सीय स्थिति है जिसमें हार्मोन सम्बन्धी परिवर्तनों के कारण, या कैल्शियम अथवा विटामिन डी की कमी के कारण हड्डियाँ भुरभुरी होकर आसानी से टूटने लायक हो जाती हैं।
अपने प्रतिदिन की खुराक में केला शामिल करना आपके शरीर के लिए कई प्रकार से लाभकारी है। केले आपको आपके वजन कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में, आपकी आँतों को स्वस्थ रखने में, हृदय की लय बनाए रखने वाले पोषक तत्व प्रदान करने में और नेत्र-स्वास्थ्य हेतु आवश्यक विटामिन देने में मदद करते हैं।
गाजर में विटामिन ए होता है जो आँखों के लिये बहुत लाभकारी होता है। प्रतिदिन सुबह खाली पेट गाजर का रस लेने की सलाह दी जाती है। यह समय से पहले आने वाले बुढ़ापे को भी रोकता है।
ब्रोकोली अत्यंत कम कैलोरी वाली सब्जियों में से एक है; जो प्रति 100 ग्राम केवल 34 कैलोरी देती है। इसके अलावा, यह भोज्य रेशों, खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होती है जिनके स्वास्थ्य को होने वाले लाभ जाने-पहचाने हैं।
बादाम विटामिन ई, कॉपर, मैग्नीशियम, उच्च गुणवत्ता के प्रोटीन, और स्वास्थ्यवर्धक असंतृप्त फैटी एसिड का समृद्ध स्रोत है। ये सभी तत्व हृदयवाहिनियों से सम्बन्धित ह्रदय रोगों को रोकने में सहायक होते हैं, कैंसर के खतरे को घटाते हैं और जीवनकाल को बढ़ाते हैं।
चुकंदर फोलेट और मैंगनीज का समृद्ध स्रोत होता है इसमें थायमिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी-6, पेंटोथेनिक एसिड, कोलिन, बीटिन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, जिंक, कॉपर और सेलेनियम भी होते हैं। चुकंदर का रस एथलेटिक प्रदर्शन को सुधारता है, रक्तचाप कम करता है और रक्तप्रवाह बढ़ाता है।
क्रेनबेरी विटामिन सी, रेशे और विटामिन ई का बढ़िया स्रोत है। यह ह्रदयवाहिनियों के रोगों को घटाता है, ट्यूमर की वृद्धि को धीमा करता है, मूत्र मार्ग के संक्रमणों को रोकता है और दाँतों से चिपककर, बैक्टीरिया को रोककर, मुख स्वास्थ्य में लाभ देता है।
केले आपको आपके वजन कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में, आपकी आँतों को स्वस्थ रखने में, हृदय की लय बनाए रखने वाले पोषक तत्व प्रदान करने में और नेत्र-स्वास्थ्य हेतु आवश्यक विटामिन देने में मदद करते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियों में किसी भी अन्य आहार की अपेक्षा प्रति कैलोरी अधिक पोषण होता है। हरी सब्जियाँ विटामिन ए, सी, ई, और के तथा कई प्रकार के बी विटामिनों का भी बढ़िया स्रोत हैं। ये कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और पोटैशियम जैसे खनिजों का समृद्ध स्रोत हैं।
बेरियां विभिन्न विटामिनों और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होती हैं जो थाइरोइड ग्रंथि की सूजन कम करने में मदद करते हैं। आप विभिन्न प्रकार की बेरियों जैसे ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी, स्ट्रॉबेरी, चेरी और अन्य का सेवन कर सकते हैं।
रतालू स्टार्च युक्त सब्जी है जिसमें विटामिन ए, सी, पोटैशियम और रेशे के अतिरिक्त बीटा-कैरोटीन नामक एंटीऑक्सीडेंट भी होता है। ये सभी खून की शुगर को नियंत्रित करते हैं। चाहे आप उबले या भुने जैसे भी रतालू लें, उन्हें छिलके सहित पकाएँ क्योंकि पोषक तत्वों की अधिक मात्रा छिलके के ठीक नीचे होती है।
पपीते का नियमित प्रयोग दिल की नसों के सख्त होने और शुगर के कारण होने वाली दिल की बीमारी को रोकता है। पपीता विटामिन ए, सी और ई, जो कि सभी शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट हैं, का बढ़िया स्रोत है। पपीता रेशे का भी अच्छा स्रोत होता है, जो कोलेस्ट्रॉल की बढ़ी हुई मात्रा कम करने में मदद करता है।
अपने आहार में सलाद, सूप और स्मूथी में पालक शामिल करें. पालक के भीतर फोलेट, नाइट्रेट, पोटैशियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट होते है जो उच्च रक्तचाप कम करने में मदद करते हैं।
बादाम में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है जो आँखों की दृष्टि बढ़ाने में सहायक हैं। ये याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने में भी मदद करते हैं। 5-10 बादाम रात को गला दें। अगली सुबह, छिलका निकालें और बादामों को पीस लें। एक गिलास गर्म दूध के साथ इसे खा लें।
शरीर में पानी की मात्रा उचित बनाए रखने के लिए सभी प्रकार की बेरियाँ बढ़िया हैं किन्तु 92 प्रतिशत जल के साथ स्ट्रॉबेरी सर्वोत्तम है। इनमें विटामिन सी, पोटैशियम, रेशा और फोलिक एसिड भी होता है। स्ट्रॉबेरी बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने से लेकर दिल की नसों को ठीक रखने जैसे कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ देती है।
अपनी त्वचा को दिखने में बेहतरीन बनाए रखने के लिए अपने आहार में बादाम शामिल करें। बादाम विटामिन ई का सर्वश्रेष्ठ स्रोत है जो आपकी त्वचा को पोषण देता है और इसे सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाता है।
1 संतरे में 62 कैलोरी होती है, जिसमें 2% चर्बी, 90% कार्बोहायड्रेट और 8% प्रोटीन होते हैं। यह विटामिन सी के सर्वोत्तम स्रोतों में से एक है।
1 अनार में 105 कैलोरी होती हैं, जिसमें 2% चर्बी, 91% कार्बोहायड्रेट और 5% प्रोटीन होता है। यह कैंसर और ह्रदयरोग से मुकाबला करने वाले विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होता है।
कढ़ीपत्ते में पाए जाने वाले मुख्य पोषक तत्व रेशा, कैल्शियम, फ़ास्फ़रोस, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर और अन्य खनिज हैं। इसमें कई प्रकार के विटामिन जैसे निकोटिनिक एसिड, विटामिन सी, ए, बी, ई, एंटीऑक्सीडेंट, वनस्पति स्टेरोल, एमिनो एसिड्स, ग्लाइकोसाइड, और फ्लावोनोइड भी होते हैं।
ब्रोकोली में कैलोरी बहुत कम होती है किन्तु रेशे, विटामिन और खनिजों की भरपूर मात्रा होती है। यह शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट से भी युक्त होती है जो विभिन्न प्रकार के कैंसर से मुकाबले में मदद करते हैं।
अपनी उच्च प्रोटीन मात्रा के कारण बढ़ते बच्चों के लिए अंडे बेहतरीन होते हैं। बढ़ते बच्चों के लिए प्रोटीन अत्यंत आवश्यक होता है। अण्डों में विटामिन बी भरपूर होता है जो दिमाग के विकास और कार्य करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके साथ ही, अण्डों में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन डी, फोलेट, जिंक, आयरन और सेलेनियम होता है।
ओट्स में महत्त्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे विटामिन बी और ई, पोटैशियम और जिंक होते हैं जो दिमाग के विकास और कार्य करने में मदद करते हैं। ओट्स घुलनशील और अघुलनशील रेशों का भी बढ़िया स्रोत होते हैं जो बच्चों को लम्बे समय तक भरे पेट रहने में मदद करते हैं। ओट्स को दूध या दही के साथ, ऊपर से फल डालकर परोसें।
बढ़ते बच्चों के लिए फलियाँ अत्यंत पौष्टिक और बहुत लाभकारी होती हैं। एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा के अलावा फलियों में प्रोटीन, कैल्शियम, रेशा, आयरन और विटामिन बी भी प्रचुर मात्रा में होते हैं। फलियों की कोई भी सामग्री बनाने के पहले उन्हें रात भर भिगोकर रखें।
नियमित दूध पीने वाले लोग तनाव का अनुभव कम करते हैं। मलाई निकला एक गिलास दूध आपके शरीर को एंटीऑक्सीडेंट के साथ विटामिन ए और डी, कैल्शियम तथा प्रोटीन की बढ़िया मात्रा प्रदान करता है। ये सभी पोषक तत्व आपको शांत करने में और तनाव के कारण आपके शरीर में निकलने वाले मुक्त कणों से मुकाबले में सहायता करते हैं।
हरी सब्जियाँ जैसे पालक, विटामिन ए, बी और सी से भरपूर होती हैं। पालक में अच्छी मात्रा में खनिज जैसे कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और फोस्फोरस होते हैं जो शरीर के तनाव हार्मोनों को कम करते हैं और मिजाज को ठीक करते हैं।
बैंगन में किसी एक तत्व की प्रचुर मात्रा नहीं होती, इसमें कई विटामिन और खनिज जैसे रेशे, फोलेट, पोटैशियम और मैंगनीज, विटामिन सी, के, और बी6, फोस्फोरस, कॉपर, थायमिन, नियासिन, मैग्नीशियम और पेंटोथेनिक एसिड की प्रचुर मात्रा होती है। एक कप कच्चे बैंगन में 20 कैलोरी होती हैं जिनमें 5 ग्राम कार्बोहायड्रेट, 1 ग्राम प्रोटीन, 3 ग्राम रेशा और 2 ग्राम शक्कर होती है।
कुछ पोषक तत्वों, जैसे विटामिन ई और ए या सेलेनियम को भोज्य पदार्थों के अलावा अन्य पूरक आहारों से लेना, हानिकारक होता है। किसी भी प्रकार का विटामिन पूरक लेने के पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य करें।
फलों में विटामिनों और खनिजों की प्रचुर मात्रा होती है। क्या आप जानते हैं कि विटामिन सी की गोलियों के मुकाबले संतरा स्वास्थ्य को अधिक लाभ पहुंचाता है। कृत्रिम पूरक लेना, सीधे प्राकृतिक आहार लेने से बिलकुल अलग होता है। अपनी प्लेट को इन 10 सर्वाधिक पौष्टिक फलों से भरें: तरबूज, खुबानी, एवोकेडो, सेब, खरबूज, ग्रेपफ्रूट, कीवी, अमरुद, पपीता और स्ट्रॉबेरी।
एवोकेडो में छाछ के अधिकतर गुण पाए जाते हैं। एवोकेडो में पोटैशियम, विटामिन ए और ई, रेशे और फोलेट होते हैं। इसमें पालीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड भी होते हैं। यह मेटाबोलिज्म को गति देने वाला और इसके साथ ही आर्थराइटिस, थकावट और शुगर की बीमारी से आराम दिलाने के लिए बेहतर होता है।
अमरुद में बढ़िया स्वाद के साथ ही पोटैशियम की भी अच्छी मात्रा होती है। यह रेशे, विटामिन सी आदि से भरपूर होता है और इसमें विशिष्ट सुगंध के साथ ही ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है और इसे पूरा खाया जा सकता है। अमरुद की 100 ग्राम मात्रा रोजाना की 12% पोटैशियम आवश्यकता पूरी कर देती है।