धूम्रपान छोड़ें, आज ही!

पिछले हफ्ते मैंने शराब के बारे में बात की थी। क्या आपको आदतों के 3-R याद हैं? – रिमाइंडर (स्मरण), रूटीन (दिनचर्या) और रिवॉर्ड (पारितोषिक)। वास्तव में स्वभाव में बदलाव करने की पाँच अवस्थाएँ होती हैं और एक अवस्था ही दूसरी तक जाती है। ये हैं, शुरुआती विचार, चिंतन, निश्चय, क्रिया और देखभाल। आदत को वापस लौटने ना दें, क्योंकि         और पढ़ें …

तनावग्रस्त ना हों- ध्यान करें

हमें तनाव क्यों होता है? आज मैं तनाव और उसके प्रबंधन के बारे में बात करूंगा। जैसा कि हम जानते हैं कि हर व्यक्ति को कुछ तनाव होता है और इसकी मात्रा मंद से तीव्र तक हो सकती है। तनाव के मुख्य स्रोतों में चिंताएँ, चिड़चिड़ाहट, गुस्सा, अहंकार, ईर्ष्या और हमारे द्वारा प्राप्त असफलता आदि हैं। आम तौर पर, हम         और पढ़ें …

योग, लाभ और जीवन

पिछले वर्ष योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली और हमारे देश ने इसे अत्यंत उत्साह के साथ मनाया। भारत में लगभग 4000 वर्षों से भी पहले आरंभ हुआ योग, अपने आसनों, श्वसन व्यायामों और ध्यान की श्रृंखला के माध्यम से शरीर और मन को जोड़ता है। योग, माँसपेशियों की स्ट्रेचिंग और टोनिंग द्वारा, रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाकर         और पढ़ें …

25 वर्ष से अधिक आयु के 40% लोग बीपी से पीड़ित

आज मैं हाइपरटेंशन के बारे में बात करूंगा जो भारत सहित पूरे विश्व में ह्रदय सम्बन्धी रोगों और मृत्यु के सबसे बड़े कारणों में से है। 25 वर्ष से अधिक आयु के 40% लोग उच्च रक्तचाप से प्रभावित हैं। यह जानना दिलचस्प है कि अधिकतर मामले दृढ़ता, निश्चय और धैर्य के साथ रोके जा सकते हैं। अनुवांशिकता और द्वितीयक रक्तचाप         और पढ़ें …

शरीर की सही आकृति

आप जितना अधिक चलते-फिरते हैं, उतनी ही कम जकड़न होती है। चाहे आप कार्य कर रहे हों या पढ़ रहे हों, बार-बार अपनी स्थिति को बदलें। अपनी कुर्सी से विराम लें और आस-पास टहलें।

महिलाओं के स्वास्थ्य हेतु घरेलू उपाय

महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा अधिक होता है, इसलिए अपनी हड्डियों की मजबूती बनाए रखने के लिए कैल्शियम की नियमित अधिक मात्रा लेना महत्वपूर्ण है। ऑस्टियोपोरोसिस एक चिकित्सीय स्थिति है जिसमें हार्मोन सम्बन्धी परिवर्तनों के कारण, या कैल्शियम अथवा विटामिन डी की कमी के कारण हड्डियाँ भुरभुरी होकर आसानी से टूटने लायक हो जाती हैं।

पालक से स्वास्थ्य लाभ के घरेलू उपाय

कई महिलाओं को उनकी खुराक से पर्याप्त लौह तत्व नहीं मिल पाता। इसके ऊपर से, माहवारी दौरान महिलाओं में इस खनिज की और कमी हो जाती है। लौह तत्व की अधिकता वाले आहारों में जिगर, सूरजमुखी के बीज, मेवे, बछड़े का माँस, फलियाँ, साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक), डार्क चॉकलेट और टोफू हैं.

कोलेस्ट्रॉल कम करने हेतु घरेलू उपाय

खजूर में उपस्थित भोज्य रेशे आपकी आँतों से अपशिष्ट पदार्थों को सरलता से निकालने में मदद करते हैं और कैंसर उत्पन्न करने वाले रसायनों से युक्त पदार्थों से जुड़कर LDL (हानिकारक) कोलेस्ट्रॉल के पाचन को रोकते हैं।

आँखों की सुरक्षा हेतु घरेलू उपाय

धूप में बहुत अधिक रहने से आँखों में जलन/खिंचाव हो सकता है और दृष्टि को क्षति पहुँच सकती है। धूप का चश्मा लगाना आपकी आँखों को हानिकारक UV किरणों से सुरक्षा देता है और आपकी दृष्टि की रक्षा करता है।

खाँसी की घरेलू उपाय

सामान्य सर्दी-खाँसी और गले की पीड़ा के लिए सेब का सिरका पसंदीदा इलाज है। एक चम्मच सिरका, शहद और गर्म पानी मिलाएँ। इस मिश्रण में कुछ मसली हुई अदरक मिलाने से इसके औषधीय गुण बढ़ जाते हैं। गले की जकड़न, खाँसी और भरी नाक से आराम के लिए दिन में तीन बार इस मिश्रण को एक-एक चम्मच लें।