केगेल व्यायाम: गर्भावस्था पश्चात् मूत्र असंयमिता से बचें

केगेल व्यायाम पेल्विक फ्लोर मांसपेशियां पेल्विक फ्लोर मांशपेशियों की एक ऐसी परत से बनाता है जो हमेशा एक सख्त झूले के समान, सामने की प्यूबिक हड्डी से रीढ़ की हड्डी की जड़ तक खिचीं रहती हैं। आपका पेल्विक फ्लोर आपके मूत्राशय, योनि, गर्भाशय और आंत को सहारा प्रदान करता है और यह मूत्राशय और आंत के नियंत्रण के लिए भी बहुत आवश्यक         और पढ़ें …

मोटापे के विरुद्ध मेरा संघर्ष- I

मोटापे 2-3 वर्षों में मैं 40 का हो होने वाला हूँ। 5’8″ की मेरी ऊँचाई का आदर्श वजन 68 किलो ग्राम है। लेकिन मैं हमेशा से 70 किलो की श्रेणी में ही रहा हूँ और अब तक दो बार 82 किलो को छू चुका हूँ। आज मैं 70 किलो से कम हूँ और वज़न को ऐसा बनाये रखने का तरीक़ा मैं         और पढ़ें …

नेत्रदृष्टि

नेत्रदृष्टि नेत्रदृष्टि क्या है? नेत्रदृष्टि प्रकाश की अनुभूति है जो वस्तुओं द्वारा आँख(आँखों) से दृश्य के रूप में अनुभव और मस्तिष्क द्वारा प्रसंस्कृत की जाती है। दृष्टि को नेत्रदृष्टि, देखना और दिखाई पड़ना भी कहा जाता है। इस प्रक्रिया के बाद के हिस्सों को दृष्टि अनुभव भी कहा जाता है। दृष्टि सम्बन्धी समस्याओं के प्रकार वयस्कों को होने वाली सबसे आम         और पढ़ें …

वजन घटाने का कारगर उपाए: जीवनशैली में करें मामूली परिवर्तन

वजन घटाने विशेषज्ञ की मानें तो वजन घटाने का उचित और सुरक्षित दर प्रति सप्ताह 500 ग्राम से 700 ग्राम तक है। नियमित व्यायाम के साथ आहार सम्बन्धी आदतों में परिवर्तन लम्बे समय में वजन कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है। इसके साथ ही वजन दूर ही बना रहे यह तय करने का भी यह आदर्श तरीका है। उचित रूप से         और पढ़ें …

खर्राटों का कारण और प्रबंधन

खर्राटों का कारण और प्रबंधन “मैं तुम्हें चेतावनी देता/देती हूँ कि या तो चुपचाप सो जाओ या दूसरा कमरा या साथी चुन लो।” ये वो चीज है जिसका सामना बेचारा खर्राटे लेने वाला व्यक्ति हर दिन करता है और सोचता है कि मैं क्या करूँ, क्या मैं वास्तव में खर्राटे ले रहा था? आइये इस स्थिति को चिकित्सीय समस्या मानते हुए शुरुआत करें ना कि         और पढ़ें …

उच्च रक्तचाप के लक्षण

उच्च रक्तचाप के लक्षण उच्च रक्तचाप एक ऐसी सामान्य समस्या है, जिसके लक्षण बहुत कम से न के बराबर हैं, जिसका मतलब है कि बहुत से लोग जिन्हें उच्च रक्तचाप की समस्या है, यह भी नहीं जानते कि वे इस बीमारी से ग्रसित हैं। उच्च रक्तचाप से दिल की बीमारी, दिल के दौरे और स्ट्रोक के बढ़ते जोखिम का भी एक महत्वपूर्ण संकेत मिलता         और पढ़ें …

2030 तक मलेरिया-मुक्त विश्व: भारत सरकार और डब्लूएचओ की पहल

2030 तक मलेरिया मुक्त विश्व मलेरिया के मामलों में परिवर्तन विश्व स्वास्थ्य संगठन के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, मलेरिया से प्रभवित कई देशों ने बीमारी की दर को महत्वपूर्ण रूप से कम करने में सफलता पाई है। वैश्विक स्तर पर, नए मलेरिया संक्रमण के मामलों की दर में 2010 और 2015 के मध्य 21 प्रतिशत की कमी हुई। मलेरिया मृत्यु दर में इन्ही 5 सालों         और पढ़ें …

काउच पोटैटो की रोकथाम- आलसीपन से बाहर निकलें

काउच पोटैटो सिंड्रोम काउच पोटैटो सिंड्रोम एक बुरी आदत की तरह कार्य करता है, एक बार आपको आदत हो गई, तो आदत को छोड़ना अत्यंत कठिन हो जाता है। काउच पोटैटो सिंड्रोम से बाहर आने के लिए इन प्रभावी निर्देशों पर ध्यान दें और अपने जीवन को बदलें उसे बेहतर करने के लिए!कुल मिलाकर हल यह दिखाई देता है कि कम बैठा जाए         और पढ़ें …

अनुचित भण्डारण के कारण टीकों का निष्प्रभावी होना

टीकों को उनके निर्माण के समय से लेकर लगाए जाने तक उचित प्रकार से भंडारित करके रखा जाना चाहिए। टीकों के उचित भण्डारण और देखभाल के तरीके लोगों और समुदायों को टीकों द्वारा रोके जाने वाले रोगों से बचाव करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। टीकों की गुणवत्ता की सभी की सम्मिलित जिम्मेदारी होती है। प्रत्येक सुविधा केन्द्र पर         और पढ़ें …

भारत में कैंसर की उपस्थिति

कैंसर सबसे अधिक भय उत्पन्न करने वाला रोग है – अगर इसको पहचानने में देरी हो जाइये तो ये लाइलाज हो जाती है। हृदय रोग के बाद मृत्यु होने का यह चौथा सबसे प्रमुख कारण है। भारत में किसी भी समय इसके 20-25 लाख मामले मौजूद होते हैं, जिनमें हर वर्ष 7 लाख नए मामले जुड़ जाते हैं। खतरे के         और पढ़ें …