ऑस्टियोपोरोसिस – कमजोर हड्डियाँ: लक्षण और कारण

ऑस्टियोपोरोसिस – कमजोर हड्डियाँ – लक्षण – जोड़ों का दर्द। खड़े होने में कठिनाई। सीधे बैठने में कठिनाई।. ऑस्टियोपोरोसिस – कमजोर हड्डियाँ – कारण – हार्मोन सम्बन्धी समस्याएँ। पोषणरहित आहार। औषधियाँ। अत्यधिक धूम्रपान या मदिरापान।.

ऑस्टियोपोरोसिस – कमजोर हड्डियाँ: प्रमुख जानकारी और निदान

ओस्टियोपोरोसिस ऐसा रोग है जो हड्डियों को उस बिंदु तक पतला और कमजोर कर देता है कि वे भंगुर हो जाती हैं और आसानी से टूट जाती हैं। अक्सर इसे मूक रोग कहा जाता है।.

लम्बर स्पोंडिलोसिस: रोकथाम और जटिलताएं

लम्बर स्पोंडिलोसिस – रोकथाम – स्वस्थ बने रहने हेतु आवश्यक योजना में नियमितता रखें। वजन कम करें। स्वास्थ्यवर्धक आहार लें।.

लम्बर स्पोंडिलोसिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

लम्बर स्पोंडिलोसिस – आहार – लेने योग्य आहार: सब्जियों के सलाद, ताजे फल, साबुत अनाज से निर्मित विभिन्न दलिया, फलियाँ, भूरा चावल, दही, मलाई निकला दूध, भुना आलू, केले, सेब, खजूर, अंजीर, लहसुन, तिल, और धनिया अधिक मात्रा में खाएँ। कम वसा, उच्च रेशे और कम प्रोटीनयुक्त आहार श्रेष्ठ होता है। विटामिन बी काम्प्लेक्स और विटामिन सी लेने की सलाह दी जाती है।
, कच्ची सब्जियाँ जैसे टमाटर, गाजर, पत्तागोभी, ककड़ी, मूली, लेट्यूस, फूलगोभी, पालक और ताजे फल का सेवन दर्द को दूर करने में सहायता करता है।
, कड़वे स्वाद वाली सब्जियाँ जैसे नीम की पत्तियाँ और फूल, करेला और सहजन स्पोंडिलोसिस से आराम प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं।
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लम्बर स्पोंडिलोसिस: लक्षण और कारण

लम्बर स्पोंडिलोसिस – लक्षण – कमर में दर्द, पिन और सुइयाँ चुभना।. लम्बर स्पोंडिलोसिस – कारण – जीवनशैली, बार-बार पड़ने वाला दबाव और चोट तथा आयु।.

लम्बर स्पोंडिलोसिस: प्रमुख जानकारी और निदान

लम्बर स्पोंडिलोसिस कमर के जोड़ों (मेरुदंड के सम्बंधित हिस्से) में आम, उम्र सम्बन्धी ह्रास को समझाने के लिए उपयोग किया जाने वाला चिकित्सीय शब्द है।.

लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): रोकथाम और जटिलताएं

लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – रोकथाम – जब भी संभव हो, प्रभावित हाथ या पैर को ह्रदय की ऊंचाई के स्तर से ऊपर उठाकर रखें। तंग या कसे हुए कपड़े या गहने ना पहनें। पानी अधिक मात्रा में पियें। धूप की सीधी चपेट ना पड़ने दें।.

लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: रेशे की उच्च मात्रा से युक्त आहारों जैसे साबुत अनाज की ब्रेड, दलिया, पास्ता, चावल, ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
, पानी अधिक मात्रा में पियें – प्रतिदिन 8 औंस मात्रा के 8 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है।
, ओमेगा 3 फैटी एसिड की अधिक मात्रा से युक्त आहार जैसे मछली, अखरोट, अलसी के बीज आदि का सेवन करें।
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लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): लक्षण और कारण

लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – लक्षण – शरीर के प्रभावित हिस्से में भुजाओं, पैरों या कमर के ऊपर के हिस्से में सूजन। हाथों, भुजाओं, छाती या पैरों में भारीपन या असहजता की अनुभूति। हाथ, कलाई या टखने में लचीलेपन की हानि। अपने ही कपड़े तंग हो जाना।. लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – कारण – संक्रमण, कैंसर, घावयुक्त ऊतक.

लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान

लिम्फेडिमा दीर्घकालीन स्थिति है जो तरल पदार्थ की असामान्य उत्पत्ति करती है जिसका परिणाम होता है शरीर के ऊतकों में सूजन। आमतौर पर यह हाथों और पैरों को प्रभावित करती है, दर्द और हिलने डुलने की हानि तक पहुँच सकती है, हालाँकि कुछ मामलों में छाती, सिर और जननांगों में भी सूजन हो सकती है।.