कोराइज़ा (सर्दी) – रोकथाम – हाथों को नियमित धोना संक्रमण को फैलने से रोकने का सबसे आवश्यक और प्रभावी तरीका है। खाँसते और छींकते समय नाक और मुँह को ढंकें। संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क से बचें।.
कोराइज़ा (सर्दी): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
कोराइज़ा (सर्दी) – आहार – लेने योग्य आहार: पानी अधिक मात्रा में लें, आप उसमें चुटकी भर हल्दी और अदरक का पाउडर डाल सकते हैं। फलों का और खासकर खट्टे फलों का रस लें क्योंकि इनमें विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है – नीबू, संतरा, मौसंबी, अन्नानास आदि, गर्म सूप लें विशेषकर चिकन सूप।
कोराइज़ा (सर्दी): लक्षण और कारण
कोराइज़ा (सर्दी) – लक्षण – नाक को लाल, पीड़ा युक्त और सूजी हुई कर देती है। अत्यधिक मात्रा में म्यूकस निकलना, जो नाक बहने के पारंपरिक रूप को दर्शाता है। सूजन फैलने पर आँखों से पानी आने लगता है।. कोराइज़ा (सर्दी) – कारण – संक्रमित व्यक्तियों की खाँसी और छींक द्वारा उत्सर्जित सूक्ष्म तरल कणों को भीतर लेना। ठंडा और बदलता मौसम।.
कोराइज़ा (सर्दी): प्रमुख जानकारी और निदान
कोराइज़ा नाक की म्यूकस झिल्लियों की तीव्र सूजन है जिसमें नाक से अत्यधिक द्रव बहता है।.
मिलिया: रोकथाम और जटिलताएं
मिलिया रोकथाम – हानिकारक रसायनों का अपनी त्वचा पर उपयोग बंद करें और सूर्य के प्रकाश में कम रहें या बाहर जाते समय सूर्य के प्रकाश की चपेट को घटाने के लिए एसपीएफ़ 15 वाले सनस्क्रीन का प्रयोग करें।.
मिलिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
मिलिया आहार – सब्जियाँ, फल और साबुत अनाज, आवश्यक विटामिनों की कमी, खासकर विटामिन ए की कमी, मिलिया के उत्पन्न होने से जुड़ी हुई है। विटामिन ए से समृद्ध आहारों जैसे गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, गाजर, रतालू आदि का सेवन बढ़ाएँ। शक्कर और उससे बने उत्पादों, तले और मसालेदार आहारों, कैफीन युक्त और कार्बन युक्त पेय, नमकीन आहार (चिप्स, फ्रेंच फ्राइज) चॉकलेट्स का सीमित सेवन करें।
मिलिया: लक्षण और कारण
मिलिया लक्षण – गालों, नाक और ठोड़ी के आस-पास की त्वचा पर सफ़ेद, मोती समान उभार। मसूढ़ों या मुँह के ऊपरी हिस्से पर सफ़ेद, मोती समान उभार (ये मसूढ़ों से निकलते दांतों की तरह दिखाई पड़ते हैं)।. मिलिया कारण – त्वचा की स्थितियाँ जो फफोले उत्पन्न करती हैं। लम्बे समय तक स्टेरॉयड क्रीम का प्रयोग। लम्बे समय तक सूर्य के प्रकाश से क्षति होना।.
मिलिया: प्रमुख जानकारी और निदान
मिलियम सिस्ट (छोटी थैलीनुमा रचना) छोटी, मोती समान सफ़ेद या पीलापन लिए उभार (यदि समूह में हों तो मिलिया) होते हैं जो विशेष रूप से नाक और गालों पर दिखाई पड़ते हैं।.
इन्फ्लुएंजा (फ्लू): रोकथाम और जटिलताएं
इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – रोकथाम – स्वच्छ रहें और अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें। खाँसते और छींकते समय अपने मुँह और नाक को टिश्यू से ढंकें।.
इन्फ्लुएंजा (फ्लू): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – आहार – ताजी लहसुन, मशरुम, काली चाय, चिकन का साफ़ शोरबा, बछड़े का माँस, सब्जियाँ, अंडे, चावल, केले और टोस्ट, प्रोसेस्ड आहार, जंक फूड्स, वसा और कैलोरीज का अधिक सेवन,