ग्लूकोमा (आँख में दबाव): रोकथाम और जटिलताएं

ग्लूकोमा (आँख में दबाव) – रोकथाम – अत्यधिक टीवी ना देखें, भावनात्मक तनाव ना होने दें और वे एलर्जन जो ग्लूकोमा को उत्प्रेरित करते हैं, उनसे बचें। आँखों की सुरक्षा हेतु चश्मा/लेंस पहनें। आँखों की नियमित देख-भाल करें।.

ग्लूकोमा (आँख में दबाव): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

ग्लूकोमा (आँख में दबाव) – आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन-ए, बी, सी, और ई (मुख्यतः सी)।
, गिरियाँ, मेवे और अनाज।
, फल और सब्जियाँ।
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ग्लूकोमा (आँख में दबाव): लक्षण और कारण

ग्लूकोमा (आँख में दबाव) – लक्षण – परिधीय दृष्टि की हानि। सुरंगाकार मुहाने जैसी दृष्टि। आँख में दर्द, आँखों में लालिमा, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता। आँसू. ग्लूकोमा (आँख में दबाव) – कारण – आँख के भीतरी दबाव में वृद्धि। कुछ कारक जैसे कि आँख की चोट, आयु, शल्यक्रिया, रोग और दवाएँ।.

ग्लूकोमा (आँख में दबाव): प्रमुख जानकारी और निदान

ग्लूकोमा आँख की बीमारी है जिसमें आँख के भीतर स्थित तरल का दबाव (इंट्राओकुलर प्रेशर) बढ़ जाता है। यदि इसे बिना उपचार के छोड़ दिया जाये तो व्यक्ति दृष्टि खोता जाता है और दृष्टिहीन भी हो सकता है।.

फ्रंटल साइनोसाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

फ्रंटल साइनोसाइटिस – रोकथाम – नाक का अवरोध दूर करने वाली औषधियों का प्रयोग सीमित रखें। खूब पानी पियें। स्वच्छ रहें।.

फ्रंटल साइनोसाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

फ्रंटल साइनोसाइटिस – आहार – लेने योग्य आहार इन्हें ना लें: खूब पानी पियें। ताजी पत्तेदार सब्जियाँ और फल। केन मिर्च, लहसुन, प्याज और मूली का प्रयोग सूप और भोजन में करें, ताकि बलगम की अधिक मात्रा घुलकर बाहर निकल सके।

फ्रंटल साइनोसाइटिस: लक्षण और कारण

फ्रंटल साइनोसाइटिस – लक्षण – फ्रंटल साइनस में दर्द। सिरदर्द। साँस लेने में कठिनाई। नाक से द्रव बहना। गंध ना आना। खाँसी जो रात को बदतर हो जाती है।. फ्रंटल साइनोसाइटिस – कारण – वायरस द्वारा, बैक्टीरिया द्वारा या फफूंद द्वारा हुआ संक्रमण। धुआं, नाक का अवरोध दूर करने वाली औषधियों, रोग।.

फ्रंटल साइनोसाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

जब आपके माथे के पीछे स्थित छिद्रदार संरचनाएँ, साइनस (नाक के ऊपर और आँखों के बिलकुल पीछे) सूज जाती हैं, तो इसे फ्रंटल साइनोसाइटिस कहते हैं।.

फोलिक्युलाईटिस (फुंसियाँ, मुहाँसे): रोकथाम और जटिलताएं

फोलिक्युलाईटिस (फुंसियाँ, मुहाँसे) – रोकथाम – प्रदूषण और तंग कपड़े पहनने से बचें। दाढ़ी सावधानी से बनाएँ। स्वच्छ रहें।.

फोलिक्युलाईटिस (फुंसियाँ, मुहाँसे): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

फोलिक्युलाईटिस (फुंसियाँ, मुहाँसे) – आहार – लेने योग्य आहार: दिन में 8-10 गिलास पानी पीने से शरीर से रोग कारक जीवाणुओं को बाहर करने में सहायता मिलती है।
, अपने प्रतिदिन के भोजन में लहसुन की 2-3 कलियाँ शामिल करें। लहसुन में गजब के संक्रमणरोधी गुण होते हैं, और संक्रमण से मुकाबले में सहायता करते हैं।
, विटामिन बी और सी की अधिक मात्रा के साथ संतुलित भोजन करें।
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