फोलिक्युलाईटिस (फुंसियाँ, मुहाँसे) – लक्षण – निशान, पीप-युक्त फुंसियाँ, रोमकूप के आसपास पीपयुक्त या बिना पीप वाली फुंसियाँ होना। खुजली।. फोलिक्युलाईटिस (फुंसियाँ, मुहाँसे) – कारण – बैक्टीरिया और फफूंद का संक्रमण। त्वचा रोग.
फोलिक्युलाईटिस (फुंसियाँ, मुहाँसे): प्रमुख जानकारी और निदान
फोलिक्युलाईटिस एक या अधिक रोमकूपों की सूजन को कहते हैं। यह त्वचा पर कहीं भी हो सकता है। यह एक सामान्य समस्या है जो आमतौर पर गंभीर नहीं होती।.
फैटी लिवर डिजीज: रोकथाम और जटिलताएं
फैटी लिवर डिजीज – रोकथाम – शराब, धूम्रपान, फ़ास्ट फ़ूड और ड्रग्स से बचें।.
फैटी लिवर डिजीज: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
फैटी लिवर डिजीज – आहार – लेने योग्य आहार: सब्जियाँ।
, लीन मीट।
, फलियाँ।
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फैटी लिवर डिजीज: लक्षण और कारण
फैटी लिवर डिजीज – लक्षण – पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द। थकावट। वजन में गिरावट। यकृत का आकार बढ़ना। अत्यधिक पसीना।. फैटी लिवर डिजीज – कारण – अनुचित आहार। मोटापा। शराब का नियमित सेवन। कुपोषण। दवाओं और दर्द निवारकों का अत्यधिक उपयोग।.
फैटी लिवर डिजीज: प्रमुख जानकारी और निदान
फैटी लिवर डिजीज, लिवर (यकृत) की कोशिकाओं में अधिक मात्रा में वसा उत्पन्न होने की स्थिति है, और यह कई लोगों में यकृत की सामान्य शिकायतों में से है।.
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) – रोकथाम – स्वच्छ रहें। टीका लगवाएँ, प्रदूषण से बचें। मच्छर रोधियों का प्रयोग करें।.
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार ऑक्सीकरण रोधी से भरपूर आहार में फलों (जैसे ब्लू बेरी, चेरी और टमाटर), और सब्ज़ियों (बेलें जैसे कद्दू, खीरा, लौकी, इत्यादि) का सेवन करें। भोजन में स्वास्थय-वर्धक तेलों का उपयोग करें, जैसे जैतून का तेल या वनस्पति तेल जैसे सोयाबीन, सूरजमुखी, इत्यादि साबुत अनाज की रोटी और दलिया खाए। एक दिन में फलों और सब्जियों के कम से कम 5 सर्विंग्स खाए; अलग-अलग रंगों की चीजें खाने से कई पोषक तत्व मिलते हैं। बिना चर्बी वाला मांस खाए। इनसे परहेज करे चाय और कॉफी लाल मांस नमकीन, मीठा और वसायुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें परिष्कृत खाद्य पदार्थों से बचे, जैसे सफेद ब्रेड, पास्ता, और विशेष रूप से चीनी।
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन): लक्षण और कारण
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) – लक्षण – बुखार, सिरदर्द, झटके, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता। बोलने में असमर्थता। जकड़ी हुई गर्दन। दृष्टि हीनता। जोड़ों में दर्द।. एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) – कारण – खासतौर पर वायरस द्वारा लेकिन बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ और फफूंद के संक्रमण से भी हो सकता है। प्रदूषण द्वारा फैलता है।.
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
एनसिफेलाइटिस मस्तिष्क की सूजन को कहते हैं।.