गुर्दे की पथरी को रोकने के लिए, दिन में अधिक मात्रा में, लगभग दो लीटर तक, पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें।
तरबूज कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फेट और कार्बोनेट से बनी पथरियों को ठीक करने का बढ़िया तरीका है। तरबूज में उपस्थित पोटैशियम स्वस्थ गुर्दों के लिए आवश्यक पदार्थ होता है। यह मूत्र में अम्ल के स्तर को नियमित करने और बनाए रखने में मदद करता है।
तरबूज के बीजों में एक यौगिक होता है जिसे क्यूकर्बोसाइट्रिन कहते हैं, जो रक्त की विभिन्न सूक्ष्म केपिलरी को फ़ैलाने में सहायता करता है। इसके साथ ही, यह गुर्दों की कार्यक्षमता सुधारने में भी मदद करता है। इसके परिणामस्वरूप यह रक्तचाप के स्तर को घटाता है और आर्थराइटिस में भी बहुत लाभ पहुंचाता है।
कम मात्रा में पानी का सेवन आपके गुर्दों को अत्यंत क्षति कर सकता है और आपको गुर्दे की पथरी होने के खतरे पर ला सकता है। पानी पीना गुर्दों के द्वारा मेटाबोलिक अपशिष्ट निकालने में मदद करता है वर्ना ये कण के रूप में इकट्ठे होकर पथरी बन जाते हैं।
सोडियम की अधिक मात्रा वाले आहार रक्तचाप और आपके मूत्र में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाते हैं। इसके कारण गुर्दे की पथरी होती है और मूत्र में प्रोटीन की मात्रा बढ़ती है, जिसके कारण गुर्दे के रोग होते हैं। गुर्दे की पथरी के खतरे को कम करने के लिए कम सोडियम युक्त आहार लें, इसे पोटैशियम के सेवन से संतुलित करें। रोजाना 5 ग्राम से अधिक नमक लेने की सलाह नहीं दी जाती।