डाइटिंग करना बालों के झड़ने की गति को तेज कर सकता है, क्योंकि बाल उन पोषक तत्वों से वंचित हो जाते हैं जो उनकी जड़ों को जमाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
कॉड लीवर आयल आर्थराइटिस से जुड़ी जोड़ों की जकड़न को दूर करने वाला माना जाता है, इसका ह्रदयवाहिनियों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव होता है और यह दाँतों, नाखूनों, बालों और त्वचा के विकारों और घावों को ठीक करने में उपयोगी होता है।
इसे मानें या ना मानें, लेकिन अधिकतर समय बाल झड़ने का मूल कारण तनाव होता है। इस तनाव को घटाने के लिए और हारमोनों का संतुलन बनाए रखने के लिए ध्यान करना सहायक होता है।
किसी भी तेल से अपने बालों और खोपड़ी पर, अपनी उँगलियों से हल्का दबाव डालते हुए मालिश करें। सप्ताह में कम-से-कम एक बार यह करना बाल झड़ने से रोकने में सहायक होता है।
प्रतिदिन कुछ मिनटों के लिए अपने सिर की त्वचा की मालिश करना रक्तसंचार को बढ़ाने में सहायता करता है। सिर की त्वचा में बढ़िया रक्तसंचार बालों की जड़ों को सक्रिय बनाता है। रक्तसंचार को बादाम या तिल के तेल में लैवेंडर की कुछ बूंदों या तज का तेल मिलाकर मालिश द्वारा बढ़ाया जा सकता है।
नीम रूसी के साथ ही बालों की कई अन्य समस्याओं जैसे सिर की त्वचा की फुंसियों, खुजली, और बाल झड़ने के उपचार में प्रभावी रूप से सहायता करता है। एक मुठ्टी नीम की पत्तियों को चार कप पानी में उबालें। सप्ताह में दो से तीन बार इससे सिर धोएँ।
मेथी में फफूंदरोधक और पीड़ाशामक गुण होते हैं जो काफी हद तक रूसी को कम करने में सहायता करते हैं। दो-तीन बड़े चम्मच भर मेथी रात को सोते समय गला दें। सुबह, इन्हें पीस कर बारीक पेस्ट बना लें। आप इसमें कुछ चम्मच दही भी मिला सकते हैं। इस पेस्ट को अपने सिर की पूरी त्वचा पर लगाएँ और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें।