एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: रोकथाम और जटिलताएं

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – रोकथाम – धूम्रपान ना करें। शराब पर नियंत्रण करें। कोलेस्ट्रॉल का स्तर बनाए रखें। मधुमेह को नियंत्रित रखें।.

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – आहार – लेने योग्य आहार: गहरे रंग वाली सब्जियाँ और फल (जैसे पालक, गाजर, आड़ू, और बेरियाँ) लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि उनमें सूक्ष्म पोषक तत्वों की उच्च मात्रा होती है।
, साबुत-अनाज, उच्च-रेशे युक्त आहार चुनें। इनमें फल, सब्जियाँ, और फलियाँ आती हैं। साबुत अनाज के बढ़िया विकल्पों में गेहूँ, जई/जई का आटा, राई, जौ, भूरा चावल, कुटू, मोटा पिसा गेहूँ, बाजरा आदि आते हैं।
, मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड (जैतून के तेल, केनोला तेल, मूंगफली तेल, मेवे और एवोकेडो में पाया जाता है) और ओमेगा-3 पालीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (मछली. शेलफिश, अलसी के बीज और अखरोट में पाया जाता है) का चयन करें।
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एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: लक्षण और कारण

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – लक्षण – छाती में दर्द। श्वास की कमी। मांसपेशियों की कमजोरी। असमंजस. एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – कारण – धूम्रपान, रक्त में वसा और कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा। उच्च रक्तचाप। रक्त में शक्कर का उच्च स्तर।.

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: प्रमुख जानकारी और निदान

एथेरोस्क्लेरोसिस (या अर्टेरियोस्क्लेरोटिक वैस्कुलर डिजीज) ऐसी स्थिति है जहाँ धमनियाँ, अपने भीतर अत्यधिक मात्रा में प्लाक निर्मित हो जाने के कारण, सख्त हो जाती हैं।.