फ्लू श्वसन तंत्र (नाक, गले और फेफड़ों) का संक्रमण है।.
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फ्लू: लक्षण और कारण
फ्लू लक्षण – बुखार और कंपकंपी। खाँसी और/या गले में खराश। बहती या भरी हुई नाक। सिरदर्द और/या शरीर में दर्द।. फ्लू कारण – फ्लू की उत्पत्ति इन्फ्लुएंजा वायरस द्वारा होती है।.
फ्लू: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
फ्लू आहार – लेने योग्य आहार: सर्दी या फ्लू के दौरान पीने हेतु सबसे उत्तम पेय है पानी क्योंकि यह गले की म्यूकस झिल्लियों को चिकना बनाए रखने में सहायता करता है। सर्दी और फ्लू के दौरान तरल पदार्थों में अन्य बेहतर विकल्प हैं: रस, अदरक का अर्क, औषधीय चाय, शहद और नीबू युक्त चाय, शोरबा, अदरक युक्त चाय, वे आहार जो प्रतिरक्षक तंत्र को उन्नत करने में मदद करते हैं जैसे दही, मछली, अलसी के बीज, अखरोट, जैतून, केनोला और अखरोट का तेल, विटामिन सी से समृद्ध आहार जैसे संतरे, ग्रेपफ्रूट, मिर्च, स्ट्रॉबेरी, टमाटर, अन्नानास, ब्रोकिली, अमरुद आदि भी प्रतिरक्षक तंत्र को मजबूत करते हैं।
इन्फ्लुएंजा (फ्लू): लक्षण और कारण
इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – लक्षण – .बुखार, कंपकंपी, नाक बहना, सिरदर्द, .माँसपेशियों में पीड़ा और शरीर में दर्द, .अतिसार और उल्टी. इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – कारण – इन्फ्लुएंजा के विभिन्न वायरस.
इन्फ्लुएंजा (फ्लू): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – आहार – ताजी लहसुन, मशरुम, काली चाय, चिकन का साफ़ शोरबा, बछड़े का माँस, सब्जियाँ, अंडे, चावल, केले और टोस्ट, प्रोसेस्ड आहार, जंक फूड्स, वसा और कैलोरीज का अधिक सेवन,
इन्फ्लुएंजा (फ्लू): रोकथाम और जटिलताएं
इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – रोकथाम – स्वच्छ रहें और अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें। खाँसते और छींकते समय अपने मुँह और नाक को टिश्यू से ढंकें।.
इन्फ्लुएंजा (फ्लू): प्रमुख जानकारी और निदान
इन्फ्लुएंजा जिसे फ्लू भी कहा जाता है, इन्फ्लुएंजा वायरस ए और बी द्वारा उत्पन्न संक्रमण है।.
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): लक्षण और कारण
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – लक्षण – गले में खराश, बुखार, नाक बहना, खाँसी, सिरदर्द. फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – कारण – गले की पीड़ा का सबसे सामान्य कारण वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण, जैसे सर्दी और फ्लू आदि हैं।.
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: नमकयुक्त पानी- (गरारे) सूजन को कम करते हैं और गले की पीड़ा घटाते हैं। शहद और नीबू- शहद उत्तेजित ऊतकों को नरम करता है, नीबू म्यूकस को विखंडित करता है, इसके कारण यदि आपको सर्दी के लक्षण हों तो उनमें भी राहत मिलती है। पानी और अन्य तरल- तरल पदार्थों की अधिक मात्रा लेने से आपको गले को चिकना और नम बनाए रखने में सहायता होती है, जिससे निगलना आसान होता है। तरल पदार्थ शरीर में पानी का उचित स्तर बनाए रखते हैं, जो कि आपके बीमार होने पर चिंता का कारण होता है।
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – रोकथाम – अपने हाथों को साबुन से नियमित धोएँ (स्वच्छता रखें)। व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएँ बांटकर उपयोग ना करें। धूम्रपान त्यागें।.