क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) केवल एक रोग नहीं है बल्कि यह फेफड़ों के दीर्घकालीन रोगों को दर्शाने वाला चिकित्सीय शब्द है, इन रोगों का नाम ब्रोंकाइटिस और एम्फायसेमा है जो फेफड़ों में हवा के आने-जाने को सीमित करते हैं।.
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लेरिन्जाइटिस: लक्षण और कारण
लेरिन्जाइटिस लक्षण – डिस्फोनिया (भारी आवाज) या एफोनिया (बोल ना पाना)। शुष्क, पीड़ा, जलनयुक्त गला। खाँसी होना। डिस्फेजिया (निगलने में कठिनाई)।. लेरिन्जाइटिस कारण – एसिड का आहारनली में वापस लौटना। एलर्जी, अत्यधिक खाँसी, धूम्रपान या शराब का सेवन।.
लेरिन्जाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
लेरिन्जाइटिस आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन सी से समृद्ध आहार। प्रोटीनयुक्त आहार जैसे चिकन और मछली शरीर को संक्रमण से मुकाबला करने के लिए प्रोटीन और जिंक के रूप में निर्माण पदार्थ देते हैं। नीबू के रस का अम्लीय प्रभाव बैक्टीरिया को नष्ट करता है और लेरिन्जाइटिस के विभिन्न लक्षणों को दूर करता है।
लेरिन्जाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं
लेरिन्जाइटिस रोकथाम – धूम्रपान ना करें और अन्य लोगों द्वारा धूम्रपान के समय दूर रहें। रात्रि में भारी भोजन और सोने के समय कुछ भी आहार ना लें। ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमण से बचाव बनाए रखें।.
लेरिन्जाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान
लेरिन्जाइटिस लेरिंक्स (कंठ-ध्वनियंत्र) की सूजन को कहते हैं।.
वायरल सिंड्रोम: रोकथाम और जटिलताएं
वायरल सिंड्रोम – रोकथाम – अपने हाथों को नियमित साबुन और पानी से धोएँ या अल्कोहल आधारित जेल का प्रयोग करें। पीने के गिलास या खाने के बर्तनों का बांटकर उपयोग ना करें। टीकाकरण.
वायरल सिंड्रोम: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
वायरल सिंड्रोम – आहार – लेने योग्य आहार: वायरल रोग के दौरान शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखने के लिए पानी अधिक मात्रा में पियें। फल और सब्जियों की अधिकता वाला आहार सामान्य सर्दी सहित कई प्रकार के संक्रमण और रोगों को रोकने में सहायक होता है। विशेष रूप से प्रतिरक्षक तंत्र हेतु लाभकारी फल और सब्जियों में चेरी, बेरियाँ, टमाटर, संतरे, ग्रेपफ्रूट, खट्टे रस, केले, ब्रोकोली, ब्रसेल्स स्प्राउट्स और पत्तागोभी आते हैं। ज्यादा से ज्यादा ताजे फल और सब्जियाँ लें क्योंकि वे सर्वाधिक पोषक घटक प्रदान करते हैं। सूजन और अवरोध युक्त वायरल संक्रमणों को रोकने या कम करने के लिए विभिन्न सब्जियों से मिलाकर घर पर बने सूप या प्राकृतिक सूप का सेवन करें।
वायरल सिंड्रोम: प्रमुख जानकारी और निदान
वायरल सिंड्रोम किसी एक वायरस या विभिन्न प्रकार के वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है जो अधिकतर श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। लेकिन ये शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है।.
वायरल सिंड्रोम: लक्षण और कारण
वायरल सिंड्रोम – लक्षण – बुखार और कंपकंपी। बहती और भरी हुई नाक। खाँसी, गले में पीड़ा या आवाज भर्राना।. वायरल सिंड्रोम – कारण – वायरस के ऐसे लगभग 900 विभिन्न प्रकार हैं जो मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं।.
सामान्य सर्दी: प्रमुख जानकारी और निदान
सामान्य सर्दी ऊपरी श्वसन तंत्र, नाक और गले में वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है।.