मम्प्स (गले की सूजन) – रोकथाम – टीकाकरण (एमएमआर), स्वच्छ रहें, दूसरों की वस्तुएँ उपयोग न करें।.
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मम्प्स (गले की सूजन): लक्षण और कारण
मम्प्स (गले की सूजन) – लक्षण – आपके चेहरे के एक तरफ या दोनों तरफ सूजी हुई, दर्दयुक्त लार उत्पन्न करने वाली ग्रंथियाँ। बुखार, मुँह सूखना, चबाते समय दर्द, भूख में कमी, पेट में दर्द. मम्प्स (गले की सूजन) – कारण – मम्प्स वायरस द्वारा उत्पन्न होता है और सीधे संपर्क अथवा प्रदूषण से फैलता है।.
मम्प्स (गले की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
मम्प्स (गले की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: पके चावल और अन्य प्रकार का दलिया
, जई
, उबले मसले आलू
,
मम्प्स (गले की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
मम्प्स (गलसुआ), तेजी से फैलने वाला, वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है, जो बच्चों में अत्यंत आम है। यह मुख्य रूप से पैरोटिड ग्रंथियों, जो आपके कानों के सामने और नीचे होती हैं, को प्रभावित करता है।.
टांसिलाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं
टांसिलाइटिस रोकथाम – धूम्रपान ना करें। शीतल पेय और आइसक्रीम ना लें। जो रोगी हैं उनके साथ निकट संपर्क में ना आएँ। हाथों को उचित प्रकार से धोएँ।.
टांसिलाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
टांसिलाइटिस आहार – लेने योग्य आहार: नर्म आहार जैसे प्लेन पास्ता, चावल, दही, और पुडिंग जो कि निगलने में आसन और आरामदायक होते हैं। स्वास्थ्यवर्धक पेय पीयें जैसे कि कुनकुना पानी, नीबू और शहद का रस। पानी अधिक मात्रा में लें, इससे आपके गले की सूजन को नर्म करके आराम पहुँचाने में सहायता होती है।
टांसिलाइटिस: लक्षण और कारण
टांसिलाइटिस लक्षण – तेज बुखार और कंपकंपी। सिरदर्द। बहती नाक। कमजोर भूख। कमजोरी। छींकना और खाँसना।. टांसिलाइटिस कारण – वायरस और बैक्टीरिया।.
टांसिलाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान
टॉन्सिल्स का संक्रमण टांसिलाइटिस कहलाता है।.
बच्चों में वायरल बुखार: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
बच्चों में वायरल बुखार – आहार – लेने योग्य आहार: फलों का रस। ग्लूकोस युक्त जल। दूध,
बच्चों में वायरल बुखार: रोकथाम और जटिलताएं
बच्चों में वायरल बुखार – रोकथाम – अपने हाथों को साबुन से नियमित धोएँ (स्वच्छ रहें)। व्यक्तिगत वस्तुएँ बाँटकर प्रयोग में ना लें। खाँसते और छींकते समय मुँह और नाक को ढंकें।.