लूम्बेगो (कमर दर्द): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

लूम्बेगो (कमर दर्द) – आहार – लेने योग्य आहार आप अपने शरीर को स्वास्थ्यवर्धक आहार लेकर उचित आकार में रख सकते हैं जैसे फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज आदि। ऐसे आहार चुनें जिनमें संतृप्त वसा और शक्कर का स्तर कम हो। पानी अधिक मात्रा में पियें।: कमर के स्वास्थ्य को बनाए रखने में विटामिन डी अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ है। विटामिन डी, “सनशाइन” विटामिन की कमी, कमर के दर्द में योगदान दे सकती है। सूर्य के प्रकाश द्वारा और मछली, दूध, अंडे, दलिया द्वारा विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा लें।
, विटामिन सी, जिसे एस्कोर्बिक एसिड भी कहते हैं, ऐसा विटामिन है जो कमर दर्द में सहायता करता है। हरी पत्तेदार सब्जियाँ, ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, पपीता, स्ट्रॉबेरी आदि सभी विटामिन सी से भरपूर होते हैं।
, विटामिन बी1, बी6, और बी12 आपके कमर दर्द को काफी कम कर सकते हैं। पालक, गाजर, फलियाँ और साबुत अनाजों में ये विटामिन अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
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लूम्बेगो (कमर दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान

लूम्बेगो कमर में या लम्बर क्षेत्र में होने वाले मध्यम से तीव्र दर्द या पीड़ा को कहते हैं।.

चिकनगुनिया: रोकथाम और जटिलताएं

चिकनगुनिया रोकथाम – डीईईटी, इकेरिडिन, पीएमडी, या आईआर3535 के उपयोग से बने कीट रोधकों का प्रयोग करें। त्वचा के खुले हिस्से पर मच्छर रोधी क्रीम लगाएँ।.

चिकनगुनिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

चिकनगुनिया घरेलु उपचार व इलाज़ के लिए तरल पदार्थों जैसे कुनकुना पानी, सूप और शोरबा को अधिक मात्रा में लेने से वायरस को तेजी से शरीर से बाहर निकालने में सहायता होती है।
, संतरा, आँवला, मौसंबी, शिमला मिर्च, ब्रोकोली, अनानास, पत्तागोभी, पपीता और अमरुद विटामिन सी देते हैं, जो आक्रमणकारी वायरस और बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है.
, विटामिन ए से समृद्ध आहार जैसे पीले और नारंगी रंग के फल व सब्जियाँ प्राकृतिक रूप से संक्रमण विरोधी कोशिकाओं के निर्माण में वृद्धि करते हैं।
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चिकनगुनिया: लक्षण और कारण

चिकनगुनिया लक्षण – तेज बुखार, जोड़ों में सूजन और दर्द, माँसपेशियों में दर्द, मतली और उल्टी. चिकनगुनिया कारण – चिकनगुनिया एडिस या एडिस एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है।.

चिकनगुनिया: प्रमुख जानकारी और निदान

चिकनगुनिया मच्छरों द्वारा फैलने वाली वायरल बीमारी है। यह मनुष्यों में संक्रमित एडिस एजिप्टी मच्छर के काटने से होती है।.

टखने में मोच: रोकथाम और जटिलताएं

टखने में मोच – रोकथाम – व्यायाम और मेहनती कार्य करने के पहले शरीर को वार्म-अप करके तैयार करें। सही ऊँचाई और तरीके के जूते पहनें, ऊँची एड़ी के जूते न पहनें।.

टखने में मोच: प्रमुख जानकारी और निदान

स्प्रेन (मोच) टखनों को सहारा देने वाले स्नायुओं (लिगामेंट्स) में खिंचाव से आने वाली चोट है। टखने के बाहरी तरफ के स्नायु टखने के मुड़ने के कारण सबसे आसानी से चोटग्रस्त होते हैं।.

टखने में मोच: लक्षण और कारण

टखने में मोच – लक्षण – दर्द, सूजना और फूलना, शरीर के प्रभावित हिस्से में गति की हानि. टखने में मोच – कारण – खेल और शारीरिक चुस्ती की गतिविधियाँ। किसी असमतल धरातल पर पैर रखना, या कोणयुक्त जगह से नीचे उतरना।.

टखने में मोच: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

टखने में मोच – आहार – लेने योग्य आहार: प्रोटीन से समृद्ध आहार जैसे पोल्ट्री उत्पाद, फलियाँ, डेरी उत्पाद, सोया और मीट, ये सुनिश्चित करते हैं कि शरीर को उचित मात्रा में प्रोटीन मिले ताकि चोटग्रस्त टखना ठीक हो सके।
, चोट सुधार की प्रक्रिया में शरीर की सहायता हेतु मछली बढ़िया आहार है।
, टखने की चोट को ठीक करने के लिए डेरी उत्पाद बहुत अच्छे होते हैं।
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