फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: नमकयुक्त पानी- (गरारे) सूजन को कम करते हैं और गले की पीड़ा घटाते हैं। शहद और नीबू- शहद उत्तेजित ऊतकों को नरम करता है, नीबू म्यूकस को विखंडित करता है, इसके कारण यदि आपको सर्दी के लक्षण हों तो उनमें भी राहत मिलती है। पानी और अन्य तरल- तरल पदार्थों की अधिक मात्रा लेने से आपको गले को चिकना और नम बनाए रखने में सहायता होती है, जिससे निगलना आसान होता है। तरल पदार्थ शरीर में पानी का उचित स्तर बनाए रखते हैं, जो कि आपके बीमार होने पर चिंता का कारण होता है।
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फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – रोकथाम – अपने हाथों को साबुन से नियमित धोएँ (स्वच्छता रखें)। व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएँ बांटकर उपयोग ना करें। धूम्रपान त्यागें।.
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): लक्षण और कारण
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – लक्षण – गले में खराश, बुखार, नाक बहना, खाँसी, सिरदर्द. फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) – कारण – गले की पीड़ा का सबसे सामान्य कारण वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण, जैसे सर्दी और फ्लू आदि हैं।.
फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
फ़ेरिन्जाइटिस, गले के पिछले हिस्से फेरिंक्स की सूजन को कहते हैं।.
डेंगू बुखार: रोकथाम और जटिलताएं
डेंगू बुखार – रोकथाम – रोगवाहक नियंत्रण का पालन। मच्छरों को न बढ़ने दे और मच्छरों के काटने से बचें। .
डेंगू बुखार: लक्षण और कारण
डेंगू बुखार – लक्षण – एकाएक तेज बुखार। थकावट। सिरदर्द (खासकर आँखों के पिछले हिस्से में दर्द)। मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द। हल्का रक्तस्राव।. डेंगू बुखार – कारण – यह चार अलग-अलग लेकिन संबंधित वायरस के कारण होता है। यह मच्छरों के काटने से, खासकर एडीज एजिप्टी द्वारा फैलता है। यह मच्छर अकसर दिन मे काटता है।.
डेंगू बुखार: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
डेंगू बुखार – आहार – लेने योग्य आहार: आहार जो पचने में आसान हो जैसे कि उबला भोजन, हरी सब्जियाँ, केले और सेब जैसे फल, सूप इत्यादि, पानी या अन्य तरल अधिक मात्रा में लें जैसे कि फलों का रस, नारियल पानी, ओआरएस इत्यादि ये आपको डिहाइड्रेशन से बचाते हैं। डेंगू रोगियों के प्रतिदिन के आहार में उबली सब्जियाँ, चावल का दलिया, पतली लपसी या हलवा, सूप, टोस्ट, सेब, प्लेंटीन्स, और चाय होने चाहिए।
डेंगू बुखार: प्रमुख जानकारी और निदान
डेंगू बुखार एक वायरस से होने वाला संक्रमण है जो मच्छरों से फैलता है. इसे हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है।.
बच्चों में वायरल बुखार: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
बच्चों में वायरल बुखार – आहार – लेने योग्य आहार: फलों का रस। ग्लूकोस युक्त जल। दूध,
बच्चों में वायरल बुखार: रोकथाम और जटिलताएं
बच्चों में वायरल बुखार – रोकथाम – अपने हाथों को साबुन से नियमित धोएँ (स्वच्छ रहें)। व्यक्तिगत वस्तुएँ बाँटकर प्रयोग में ना लें। खाँसते और छींकते समय मुँह और नाक को ढंकें।.