बेरेट्स इसोफेगस – रोकथाम – अपने भोजन में परिवर्तन करें। वसायुक्त आहार, चॉकलेट, कैफीन, मसालेदार आहार, और पेपरमिंट एसिड के वापस लौटने को बढ़ाते हैं। शराब, कैफीनयुक्त पेय और तम्बाकू ना लें। वजन घटाएँ। वजन का अधिक होना एसिड वापस लौटने के खतरे को बढ़ाता है। बिस्तर के सिरे को ऊँचा रखकर सोएँ।.
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बेरेट्स इसोफेगस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
बेरेट्स इसोफेगस – आहार – लेने योग्य आहार: एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुरता युक्त आहार जैसे मटर, गाजर, सेब, स्क्वेश, या ब्रोकोली को शामिल करें। अपने ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा को मछली, अखरोट, अलसी के ताजे बीज और सोया पदार्थों के सेवन से बढ़ाएं। स्वास्थ्यवर्धक आहार जैसे साबुत अनाज और दलिया, वसारहित डेरी उत्पाद, फल और सब्जियाँ, और पोल्ट्री उत्पाद तथा मछली।
बेरेट्स इसोफेगस: लक्षण और कारण
बेरेट्स इसोफेगस – लक्षण – बार-बार होने वाली सीने की जलन। भोजन निगलने में कठिनाई और दर्द। छाती में दर्द।. बेरेट्स इसोफेगस – कारण – लम्बे समय से बना हुआ जीईआरडी खतरे का प्राथमिक सूचक है।.
बेरेट्स इसोफेगस: प्रमुख जानकारी और निदान
बेरेट्स इसोफेगस ऐसी स्थिति है जिसमें इसोफेगस (आहारनलिका), माँसपेशियों से बनी नली जो आहार और तरल पदार्थों को मुँह से पेट तक ले जाती है, के ऊतकों की परतें आंतों की परतों से मिलते-जुलते ऊतकों द्वारा विस्थापित कर दी जाती हैं। इस प्रक्रिया को इन्टेस्टीनल मेटाप्लेसिया कहते हैं।.