गर्भावधि मधुमेह और उसकी पहचान

गर्भावधि मधुमेह गर्भावधि मधुमेह गर्भावधि मधुमेह का पता अक्सर गर्भावस्था के 24वें और 28वें हफ़्ते के बीच लगता है। गर्भावस्था के दौरान, प्लेसेंटा ऐसे होर्मोनों का निर्माण करता है, जिनके कारण आपके रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। आमतौर पर, आपका पैंक्रियास बढ़े हुए शर्करा स्तर को स्थिर करने लायक पर्याप्त इन्सुलिन बना लेता है। किन्तु यदि वह इसमें विफल         और पढ़ें …

रक्त ग्लूकोज स्तर

रक्त ग्लूकोज स्तर आमतौर पर, आपका शरीर आपकी रक्त शर्करा को नियमित करने हेतु इंसुलिन नाम का एक हॉर्मोन बनाता है। ग्लूकोस टेस्ट आपके रक्त में ग्लूकोस के स्तर को निर्धारित करने के लिए किया जाने वाला एक प्रकार का रक्त परीक्षण है। यह मुख्यत: प्री-डायबिटीज या मधुमेह की स्क्रीनिंग में इस्तेमाल होता है। प्री-डायबिटीज मधुमेह से पहले की पूर्ववर्ती स्तिथि है जिसमें         और पढ़ें …

विश्व स्वास्थ्य दिवस 2016 और मधुमेह

प्रत्येक वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व भर के लोगों की स्वास्थ्य सम्बन्धी चिंता के मुख्य हिस्से को विश्व स्वास्थ्य दिवस के मुख्य विषय के तौर पर चुनता है, यह दिवस संगठन की वर्षगाँठ के दिन अर्थात 7 अप्रैल को आता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस 2016 का विषय है मधुमेह, एक असंक्रामक बीमारी जो दुनिया भर के लाखों लोगों को सीधे         और पढ़ें …

अंकों में मधुमेह का रोग – भारत दुनिया की राजधानी है

रोग के आँकड़े भारत में 6.5 करोड़ लोग मधुमेह से ग्रस्त हैं। अन्य 7.5 करोड़ लोग मधुमेह की पूर्वावस्था में हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2030 तक मधुमेह मृत्यु के 10 प्रमुख कारणों में से एक होगा। विश्व भर में जागरूकता फ़ैलाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह फेडरेशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 14 नवम्बर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया         और पढ़ें …

टाइप 2 मधुमेह: रोकथाम और जटिलताएं

टाइप 2 मधुमेह – रोकथाम – नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ संतुलित आहार लेकर आप मधुमेह के खतरे को कम कर सकते हैं।.

टाइप 2 मधुमेह: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

टाइप 2 मधुमेह – आहार – लेने योग्य आहार: करेला, मेथी, जामुन, लहसुन, प्याज़, अलसी, दालचीनी का पानी, फाइबर युक्त आहार जैसे कि सेब, मूंग दाल, जई, सोयाबीन इत्यादि मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायता करते हैं। स्वास्थ्यकारी प्रोटीन लें जैसे कि फलियाँ, मछली, या त्वचारहित चिकन। स्वास्थ्यवर्धक वसा युक्त आहार जैसे कि जैतून का तेल, मेवे (बादाम, अखरोट, पेकंस), और एवोकेडो।

टाइप 2 मधुमेह: लक्षण और कारण

टाइप 2 मधुमेह – लक्षण – अत्यंत प्यासा और भूखा अनुभव करना। बार-बार मूत्रत्याग, खासकर रात्रि में। अत्यंत थकान। घाव भरने की धीमी गति।. टाइप 2 मधुमेह – कारण – मधुमेह का पारिवारिक इतिहास। सामान्य से अधिक वजनी होना। तनाव।.

टाइप 2 मधुमेह: प्रमुख जानकारी और निदान

टाइप 2 मधुमेह तब होता है जब पैंक्रियास पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन स्रावित नहीं करता या स्रावित इन्सुलिन उचित रूप से कार्य नहीं करती।.

टाइप 1 मधुमेह: रोकथाम और जटिलताएं

टाइप 1 मधुमेह – रोकथाम – पोषक आहार के साथ नियमित व्यायाम मधुमेह के खतरे को कम करता है।.

टाइप 1 मधुमेह: लक्षण और कारण

टाइप 1 मधुमेह – लक्षण – अत्यंत भूखा और प्यासा अनुभव करना। बार बार मूत्रत्याग। उनींदापन या आलस, वजन का गिरना, हाथों और पैरों में झुनझुनी होना. टाइप 1 मधुमेह – कारण – स्व-प्रतिरक्षक विकार। वायरस या वातावरण के विषैले पदार्थ।.