पेचिश रोकथाम – शौचालय के प्रयोग के बाद और दिन के दौरान नियमित रूप से अपने हाथ साबुन और पानी से धोएँ। संक्रमित व्यक्ति के साथ वस्तुओं का बांटकर प्रयोग ना करें। बाहर का भोजन ना खाएँ-पियें।.
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पेचिश: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
पेचिश आहार – लेने योग्य आहार: आलू (छिलके रहित)। सफ़ेद ब्रेड, केले,
पेचिश: लक्षण और कारण
पेचिश लक्षण – पेट दर्द। बुखार और कंपकंपी। मतली और उल्टी। पतले दस्त, जिनमें रक्त, आँव या पीप हो सकता है।. पेचिश कारण – पेचिश की उत्पत्ति मुख्यतः बैक्टीरिया (ई कोलाई या शिगेला) द्वारा होती है।.
पेचिश: प्रमुख जानकारी और निदान
पेचिश रक्तयुक्त अतिसार है, अर्थात अतिसार का वह प्रकरण जिसमें पतले या पनीले दस्त में लाल रक्त दिखाई पड़े।.
पाइल्स – बवासीर, हीमोराइड्स: लक्षण और कारण
हीमोराइड्स – बवासीर, पाइल्स – लक्षण – दर्दहीन रक्तस्राव। गुदा क्षेत्र में खुजली, दर्द, उत्तेजना और परेशानी। मल का फटकर निकलना। गुदा के आसपास सूजन।. हीमोराइड्स – बवासीर, पाइल्स – कारण – अज्ञात, नसों में बढ़ा हुआ दबाव। संक्रमण, अनुवांशिकता, अतिसार, कुछ रोग जैसे कारक।.
पाइल्स – बवासीर, हीमोराइड्स: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
हीमोराइड्स – बवासीर, पाइल्स – आहार – लेने योग्य आहार: तरल (शराब नहीं) अधिक मात्रा में लें कम से कम 8 गिलास प्रतिदिन।
, भोज्य रेशे की उच्च मात्रा वाले आहार हीमोराइड्स के उत्पन्न होने की संभावना को घटाते हैं।
, उत्तम भोज्य रेशे के स्रोत हैं:
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पाइल्स – बवासीर, हीमोराइड्स: रोकथाम और जटिलताएं
हीमोराइड्स – बवासीर, पाइल्स – रोकथाम – स्वच्छ रहें, खूब पानी पियें, रेशे युक्त आहार लें। नियमित व्यायाम करें।.
पाइल्स – बवासीर, हीमोराइड्स: प्रमुख जानकारी और निदान
हीमोराइड्स सूजी और फूली हुई रक्तवाहिनियाँ हैं जो या तो बाहरी तरफ (गुदा के आस-पास) बन जाती हैं या भीतरी (मल द्वार के निचले हिस्से में) तरफ होती हैं।.