बच्चों का इन्फ्लुएंजा – आहार – ताज़ी लहसुन, मशरुम, काली चाय, साफ शोरबा जैसे चिकन, बछड़े का माँस, सब्जियाँ। अंडे, चावल, केले, टोस्ट। प्रोसेस्ड आहार, जंक फ़ूड, वसा और कैलोरी का अत्यधिक सेवन।
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बच्चों का इन्फ्लुएंजा: प्रमुख जानकारी और निदान
इन्फ्लुएंजा श्वसन तंत्र का वह संक्रमण है जो इन्फ्लुएंजा वायरस द्वारा उत्पन्न किया जाता है और अत्यंत संक्रामक होता है।.
बच्चों का इन्फ्लुएंजा: लक्षण और कारण
बच्चों का इन्फ्लुएंजा – लक्षण – बुखार, कंपकंपी, नाक बहना, सिरदर्द। पीड़ित मांसपेशियाँ, शरीर में दर्द। अतिसार और उलटी। सूखी खाँसी।. बच्चों का इन्फ्लुएंजा – कारण – यह तीन प्रकार के इन्फ्लुएंजा वायरस, अर्थात टाइप ए, बी या सी में से किसी एक प्रकार के वायरस द्वारा होता है।.
ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (BPD): प्रमुख जानकारी और निदान
ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (बीपीडी) श्वास सम्बन्धी दीर्घकालीन रोग है जो अक्सर कम वजन वाले या समय पूर्व (अनुमानित दिन से लगभग 10 सप्ताह पूर्व) जन्मे नवजात शिशुओं में होता है, जिन्हें पूरक रूप में ऑक्सीजन दी गई हो या जिन्होंने श्वास की मशीन (यांत्रिक श्वसन) पर लम्बा समय गुजारा हो, जैसे कि तीव्र श्वसन कठिनाई वाला रोग समूह (एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम) से ग्रस्त बच्चे।.
ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (BPD): लक्षण और कारण
ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (BPD) – लक्षण – श्वास लेने में कठिनाई।. ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (BPD) – कारण – समय पूर्व प्रसव। ऑक्सीजन का प्रयोग। यांत्रिक श्वसन।.
ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (BPD): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (BPD) – आहार – स्तन दुग्ध को शक्तिशाली करने वाला पदार्थ या कम वजन होने पर दिया जाने वाला फार्मूला, एक समय तक, जारी रखा जा सकता है जब तक कि कोई विपरीत प्रभाव ना हो और उच्च कैलरी के पूरक की आवश्यकता हो, और वजन कम से कम 3 किलो होने तक इसे दिया जा सकता है।
, नली द्वारा आहार ग्रहण करने वाले बच्चों में, मुख द्वारा दुग्धपान को सतर्कता से शुरू किया जाना चाहिए, उदाहरण के लिए शुरुआत में दिन में एक बार फिर 2 बार आदि, जैसे-जैसे बच्चा पिछली वृद्धि को स्वीकार करता जाए।
, तरल पदार्थ सीमित करें, क्योंकि तरल पदार्थों की अधिक मात्रा श्वसन क्षमता को बदतर करती है।
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ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (BPD): रोकथाम और जटिलताएं
ब्रोंकोपल्मोनरी डिस्प्लेसिया (BPD) – रोकथाम – श्वास हेतु सहायता.
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): लक्षण और कारण
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – लक्षण – लम्बे समय से बनी हुई (क्रोनिक) खाँसी। खाँसी के साथ बलगम (सफ़ेद, पीला या हरा) आना। साँस लेने में कठिनाई जो व्यायाम करने पर और बदतर हो जाती है। साँस लेने पर आवाज होना।. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – कारण – धूम्रपान (तम्बाकू का प्रयोग)। भीतरी वायु प्रदूषण (जैसे कि भोजन बनाने और घर गर्म करने के लिए जैविक ईंधन का प्रयोग)। बाहरी वायु प्रदूषण।.
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – आहार – लेने योग्य आहार: कम वसा प्रोटीन युक्त आहार जैसे माँस पतले टुकड़े, पोल्ट्री और मछली। साबुत अनाज के आहार जैसे होल ग्रेन ब्रेड, चोकर, भूरा चावल, और ओट्स। ये आहार रेशे से भरपूर होते हैं, जो पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली को उन्नत करने में सहायक होते हैं। ताजे फल और सब्जियाँ। इनमें आवश्यक विटामिन्स, खनिज और रेशे होते हैं, जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): रोकथाम और जटिलताएं
क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – रोकथाम – सीओपीडी को रोकने का श्रेष्ठ तरीका धूम्रपान बंद करना और रासायनिक धुएँ और धूल की चपेट में ना आना है।.