टीनिया वर्सिकोलर जिसे टिरिआसिस वर्सिकोलर के नाम से भी जाना जाता है, त्वचा पर फफूंद द्वारा उत्पन्न संक्रमण है, जो गर्दन, छाती, पीठ और भुजाओं पर निशानों द्वारा प्रदर्शित होता है।.
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टीनिया वर्सीकोलर: लक्षण और कारण
टीनिया वर्सीकोलर – लक्षण – प्रभावित क्षेत्रों में तीव्र खुजली। शुष्क और पपड़ीदार निशान। धीरे-धीरे बढ़ते हुए धब्बे।. टीनिया वर्सीकोलर – कारण – टीनिया वर्सीकोलर उत्पन्न करने वाली फफूंद स्वस्थ त्वचा पर पाई जा सकती है। यह केवल तब समस्या उत्पन्न करती है जब फफूंद की अत्यधिक वृद्धि हो जाती है।.
टीनिया वर्सीकोलर: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
टीनिया वर्सीकोलर – आहार – लेने योग्य आहार: आहार में कच्ची सब्जियाँ और फल, साबुत अनाज जैसे ब्रोकोली, हरी फलियाँ, हरी पत्तेदार सब्जियाँ शामिल करें। कच्चे कद्दू के बीज, शक्करकंद, प्याज, खट्टे फल आदि टीनिया वर्सीकोलर के उपचार हेतु बढ़िया हैं। साबुत अनाजों के विभिन्न प्रकार जैसे चावल, पास्ता, ओटमील आदि बढ़िया विकल्प होते हैं।
टीनिया वर्सीकोलर: रोकथाम और जटिलताएं
टीनिया वर्सीकोलर – रोकथाम – अत्यधिक गर्मी में ना रहें। टैनिंग (त्वचा के रंग का गहरा होना) ना होने दें या सूर्य के प्रकाश का अत्यधिक सामना ना करें। अत्यधिक पसीना ना निकलने दें।.