एलर्जिक रायनाइटिस ऐसी प्रतिक्रिया है जो नाक में तब होती है, जब हवा द्वारा लाए गए उत्प्रेरक (एलर्जन) प्रतिरक्षक तंत्र में हिस्टामिन के निकलने को उत्प्रेरित करते हैं।.
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बच्चों का एलर्जिक रायनाइटिस: लक्षण और कारण
बच्चों का एलर्जिक रायनाइटिस – लक्षण – नाक बंद होना। छींक आना। पानी जैसा तरल पदार्थ बहना। बार-बार गले में पीड़ा होना।. बच्चों का एलर्जिक रायनाइटिस – कारण – ट्री हाउस पोलन। धूल में स्थित जीवाणु। फफूंद पशुओं के तंतु।.
फ्लू: रोकथाम और जटिलताएं
फ्लू रोकथाम – टीका लगवाएँ। अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह और नियमित धोएँ। उपयोग किये हुए टिश्यू पेपर का प्रयोग ना करें।.
फ्लू: प्रमुख जानकारी और निदान
फ्लू श्वसन तंत्र (नाक, गले और फेफड़ों) का संक्रमण है।.
फ्लू: लक्षण और कारण
फ्लू लक्षण – बुखार और कंपकंपी। खाँसी और/या गले में खराश। बहती या भरी हुई नाक। सिरदर्द और/या शरीर में दर्द।. फ्लू कारण – फ्लू की उत्पत्ति इन्फ्लुएंजा वायरस द्वारा होती है।.
फ्लू: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
फ्लू आहार – लेने योग्य आहार: सर्दी या फ्लू के दौरान पीने हेतु सबसे उत्तम पेय है पानी क्योंकि यह गले की म्यूकस झिल्लियों को चिकना बनाए रखने में सहायता करता है। सर्दी और फ्लू के दौरान तरल पदार्थों में अन्य बेहतर विकल्प हैं: रस, अदरक का अर्क, औषधीय चाय, शहद और नीबू युक्त चाय, शोरबा, अदरक युक्त चाय, वे आहार जो प्रतिरक्षक तंत्र को उन्नत करने में मदद करते हैं जैसे दही, मछली, अलसी के बीज, अखरोट, जैतून, केनोला और अखरोट का तेल, विटामिन सी से समृद्ध आहार जैसे संतरे, ग्रेपफ्रूट, मिर्च, स्ट्रॉबेरी, टमाटर, अन्नानास, ब्रोकिली, अमरुद आदि भी प्रतिरक्षक तंत्र को मजबूत करते हैं।
कोराइज़ा (सर्दी): रोकथाम और जटिलताएं
कोराइज़ा (सर्दी) – रोकथाम – हाथों को नियमित धोना संक्रमण को फैलने से रोकने का सबसे आवश्यक और प्रभावी तरीका है। खाँसते और छींकते समय नाक और मुँह को ढंकें। संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क से बचें।.
कोराइज़ा (सर्दी): प्रमुख जानकारी और निदान
कोराइज़ा नाक की म्यूकस झिल्लियों की तीव्र सूजन है जिसमें नाक से अत्यधिक द्रव बहता है।.
कोराइज़ा (सर्दी): लक्षण और कारण
कोराइज़ा (सर्दी) – लक्षण – नाक को लाल, पीड़ा युक्त और सूजी हुई कर देती है। अत्यधिक मात्रा में म्यूकस निकलना, जो नाक बहने के पारंपरिक रूप को दर्शाता है। सूजन फैलने पर आँखों से पानी आने लगता है।. कोराइज़ा (सर्दी) – कारण – संक्रमित व्यक्तियों की खाँसी और छींक द्वारा उत्सर्जित सूक्ष्म तरल कणों को भीतर लेना। ठंडा और बदलता मौसम।.
कोराइज़ा (सर्दी): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
कोराइज़ा (सर्दी) – आहार – लेने योग्य आहार: पानी अधिक मात्रा में लें, आप उसमें चुटकी भर हल्दी और अदरक का पाउडर डाल सकते हैं। फलों का और खासकर खट्टे फलों का रस लें क्योंकि इनमें विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है – नीबू, संतरा, मौसंबी, अन्नानास आदि, गर्म सूप लें विशेषकर चिकन सूप।