इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – रोकथाम – स्वच्छ रहें और अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें। खाँसते और छींकते समय अपने मुँह और नाक को टिश्यू से ढंकें।.
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इन्फ्लुएंजा (फ्लू): प्रमुख जानकारी और निदान
इन्फ्लुएंजा जिसे फ्लू भी कहा जाता है, इन्फ्लुएंजा वायरस ए और बी द्वारा उत्पन्न संक्रमण है।.
निमोनिया: लक्षण और कारण
निमोनिया लक्षण – तेज बुखार, ठिठुरन और बलगम युक्त खाँसी (नाक से पानी आना)। तेज साँस या साँस लेने में कमी।. निमोनिया कारण – बैक्टीरिया वायरस और कुछ फफूंद.
निमोनिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
निमोनिया आहार – लेने योग्य आहार: शुद्ध छना हुआ पानी अधिक मात्रा में पियें। अधिक मात्रा में ताज़ी सब्जियाँ खासकर रोमेन लेट्यूस, गाजर, चुकंदर, प्याज, अजमोदा, पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकोली, ककड़ी, मूली, जेरुसलम आर्टिचोक, फलियाँ (सोया और हरी मटर छोड़कर)। सब्जियों के सूप, मिसो सूप, सूखे मेवे और गिरी, माँस, पोल्ट्री उत्पाद और मछली।
निमोनिया: रोकथाम और जटिलताएं
निमोनिया रोकथाम – प्रत्येक व्यक्ति को फ्लू का टीका प्रतिवर्ष लगवाना चाहिए। धूम्रपान त्यागें क्योंकि यह फेफड़ों को क्षतिग्रस्त करता है। अपने हाथ उचित प्रकार से धोएं।.
निमोनिया: प्रमुख जानकारी और निदान
निमोनिया फेफड़ों का संक्रमण है जिसमें फेफड़ों में हवा रहने के लिए बनी छोटी थैलीनुमा संरचनाओं में सूजन के साथ तरल पदार्थ या पीप इकठ्ठा हो जाता है, जिससे बलगम युक्त खाँसी, बुखार, ठिठुरन और साँस लेने में कठिनाई होने लगती है।.
एलआरटीआई: रोकथाम और जटिलताएं
एलआरटीआई रोकथाम – प्रतिवर्ष फ्लू का टीका लगवाएं, धूम्रपान त्यागें, स्वच्छता बनाये रखें, स्वस्थ आहार का पालन करें.
एलआरटीआई: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
एलआरटीआई आहार – लेने योग्य आहार विटामिनों जैसे C और E तथा खनिजों जैसे जिंक और सेलेनियम से समृद्ध आहार श्वसन संक्रमण हेतु लाभकारी होते हैं.: विटामिन C की अधिक मात्रा वाली सब्जियाँ हैं:मिर्च, गोभी, टमाटर, पत्तागोभी, मटर, ब्रोकोली, आलू की टिकिया और पालक, विटामिन C की अधिकता से युक्त फल: नीबू, ग्रेपफ्रूट, स्ट्रॉबेरी, तरबूज और खरबूज, कीवी, संतरे, अमरुद, पपीता, आम और टेंजेरिंस, विटामिन E से समृद्ध आहारों में सूर्यमुखी के बीज, मूंगफली दाने, हेज़लनट, बादाम आदि हैं. मछली में विटामिन E की मात्रा सर्वाधिक होती है, खासतौर पर सारडाइन्स, ट्यूना, और सैलमन।
एलआरटीआई: प्रमुख जानकारी और निदान
एलटीआरआई श्वसन नलिका (ट्रेकिआ), (श्वास हेतु) हवा के मार्ग और फेफड़ों, जिनसे निचला श्वसन तंत्र बनता है, का तीव्र संक्रमण है।.
एलआरटीआई: लक्षण और कारण
एलआरटीआई लक्षण – बलगम के साथ तीव्र खांसी, श्वसनहीनता, व्हीज़िंग (सांस के साथ सीटी की आवाज होना), गले में खराश, छाती में भारीपन. एलआरटीआई कारण – बैक्टीरिया, वायरस, फफूंद.