बच्चों में अतिसार – रोकथाम – स्वच्छता और स्वास्थ्य की उचित स्थितियों को बनाए रखें। नहर, सोता, झील से पानी ना पियें। उचित टीकाकरण।.
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बच्चों में अतिसार: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
बच्चों में अतिसार – आहार – लेने योग्य आहार: स्तनपान या बच्चों हेतु उपलब्ध फार्मूला (पिलाए जाने हेतु तैयार उत्पाद)। ताजे फल, सब्जियाँ। पानी और तरल पदार्थों की अधिक मात्रा।
बच्चों में अतिसार: लक्षण और कारण
बच्चों में अतिसार – लक्षण – बुखार, मलत्याग की आवृत्ति में बढ़ोतरी। भूख मरना और वजन गिरना। शरीर में पानी की कमी होना (निर्जलीकरण)।. बच्चों में अतिसार – कारण – वायरस, बैक्टीरिया और परजीवियों द्वारा उत्पन्न संक्रमण। भोजन विषाक्तता या किसी भोज्य पदार्थ की एलर्जी। स्वच्छता की अस्वास्थ्यकर स्थिति।.
बच्चों में अतिसार: प्रमुख जानकारी और निदान
पेट और आंत में बैक्टीरिया, वायरस और परजीवियों द्वारा उत्पन्न संक्रमण के कारण, पतले और पानी जैसे दस्त की बढ़ी हुई आवृत्ति, अतिसार कहलाती है।.
अतिसार, दस्त: रोकथाम और जटिलताएं
अतिसार, दस्त – रोकथाम – स्वच्छ पेयजल पीना। उन्नत तरीके के शौचालयों का प्रयोग। साबुन से हाथ धोना।.
अतिसार, दस्त: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
अतिसार, दस्त – आहार – लेने योग्य आहार: आलू (छिलका रहित)।
, सफ़ेद ब्रेड।
, चिकन/मछली।
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अतिसार, दस्त: लक्षण और कारण
अतिसार, दस्त – लक्षण – पेट में दर्द अथवा ऐंठन। पतले या ढीले दस्त। पनीले दस्त, मलत्याग हेतु आकस्मिकता का अनुभव।. अतिसार, दस्त – कारण – वायरस, जैसे कि रोटावायरस। बैक्टीरिया। परजीवी।.
अतिसार, दस्त: प्रमुख जानकारी और निदान
डायरिया (अतिसार, दस्त) मतलब आपको एक दिन में तीन से अधिक बार पतले पानी जैसे दस्त होना। आपको ऐंठन, पेट फूलना, मतली और मलत्याग की तीव्र आवश्यकता महसूस होती है।.
सिलिअक रोग: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
सिलिअक रोग – आहार – लेने योग्य आहार: ग्लूटेन रहित और पोषण युक्त आहार लेने चाहिए। कैल्शियम युक्त आहारों में दूध, दही, पनीर, मछली, ब्रोकोली, कोलार्ड ग्रीन, बादाम, कैल्शियम की शक्तियुक्त रस, और चौलाई। आयरन समृद्ध आहारों में मीट, मछली, चिकन, फलियाँ, मेवे, गिरियाँ, अंडे और चौलाई आदि आते हैं।
सिलिअक रोग: रोकथाम और जटिलताएं
सिलिअक रोग – रोकथाम – ग्लूटेन रहित आहार लेकर सिलिअक रोग के उभरने को रोक सकते हैं।.