पेन्क्रियाटाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

पेन्क्रियाटाइटिस रोकथाम – धूम्रपान और शराब का सेवन ना करें। उचित वजन बनाए रखें।.

पेन्क्रियाटाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पेन्क्रियाटाइटिस आहार – लेने योग्य आहार: अनाज, फल और सब्जियाँ, लीन मीट्स और फलियाँ जो कि प्रोटीन से भरपूर होते हैं।

पेन्क्रियाटाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

पेन्क्रियाटाइटिस पैंक्रियास की सूजन को कहते हैं।.

पेन्क्रियाटाइटिस: लक्षण और कारण

पेन्क्रियाटाइटिस लक्षण – पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द जो पीठ की तरफ फ़ैल जाता है। सूजन और पीड़ायुक्त पेट। मतली और उल्टी। बुखार. पेन्क्रियाटाइटिस कारण – पेन्क्रियाटाइटिस उत्पन्न होने के प्रमुख कारणों में हैं: पित्ताशय की पथरी और अत्यधिक मदिरापान।.

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): रोकथाम और जटिलताएं

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – रोकथाम – शराब और धूम्रपान ना करें। अपने हाथ उचित प्रकार धोएँ। संक्रमण ना होने दें।.

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – आहार – लेने योग्य आहार: फल और सब्जियाँ (मुख्यतः रेशा युक्त)
, लीन मीट
, पोल्ट्री उत्पाद
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पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): लक्षण और कारण

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – लक्षण – पेट में दर्द, उल्टी में खून, मल में गाढ़ा रक्त, पेट का फूलना, वजन में एकाएक गिरावट, भूख में बदलाव. पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – कारण – हेलिकोबेक्टर पाइलोरी, सूजन रोधी दवाएँ, अनुवांशिकता, धूम्रपान और शराब पीना, मसालेदार भोजन.

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): प्रमुख जानकारी और निदान

पेप्टिक अलसर पेट (गैस्ट्रिक अलसर) या आंत (डियोडेनल अलसर) की परतों में हुए घावों को कहते हैं।.

फैटी लिवर डिजीज: रोकथाम और जटिलताएं

फैटी लिवर डिजीज – रोकथाम – शराब, धूम्रपान, फ़ास्ट फ़ूड और ड्रग्स से बचें।.

फैटी लिवर डिजीज: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

फैटी लिवर डिजीज – आहार – लेने योग्य आहार: सब्जियाँ।
, लीन मीट।
, फलियाँ।
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