बारिश और नमी संक्रमण को अत्यधिक बढ़ा देते हैं खासकर कम प्रतिरक्षण वाले लोगों में तो ये और भी अधिक बढ़ जाते हैं। ध्यान दिए जाने वाले कुछ सामान्य संक्रमणों और रोगों में बारे में जानकारी निम्नलिखित है। वायरल बुखार लक्षण: बुखार– मंद से मध्यम तक हो सकता है, जिसके साथ बहती हुई नाक और गले में जकड़न के साथ
और पढ़ें …
जीका मच्छरों द्वारा फैलाया जाने वाला वायरस है। यह अधिकतर एडीज इजिप्टी नामक मच्छर के काटने से होता है, यही मच्छर डेंगू और चिकनगुन्या वायरस भी फैलाता है। इसके लक्षणों में बुखार, त्वचा पर निशान, कंजंक्टिवाइटिस, और हल्का बुखार हैं। संक्रमित मच्छर के काटने के 2-7 दिनों बाद तक रोग फैलने का समय होता है। चार में से एक व्यक्ति
और पढ़ें …
बच्चों में डेंगू बुखार – लक्षण – तेज बुखार। बहती नाक। खाँसी, त्वचा पर हलके निशान।. बच्चों में डेंगू बुखार – कारण – डेंगू बुखार एडीज मच्छरों द्वारा फैलाए गए एक जैसे चार वायरसों द्वारा उत्पन्न होता है।.
बच्चों में डेंगू बुखार – आहार – लेने योग्य आहार: स्तनपान, ताजा रस (पपीता, संतरा, अंगूर आदि), सूप। बच्चों हेतु चावल का दलिया।
बच्चों में डेंगू बुखार – रोकथाम – आपके द्वारा आपके बच्चे को बचाने का सर्वोत्तम तरीका वायरस फ़ैलाने वाले मच्छरों के विरुद्ध सुरक्षात्मक कदम उठाना है।.
डेंगू बुखार एक उष्णकटिबंधीय रोग है जो मच्छरों द्वारा वहन किये गए वायरस द्वारा होता है। यह वायरस बुखार, सिरदर्द, निशान, और शरीर में दर्द उत्पन्न कर सकता है।.
बच्चों की सामान्य सर्दी – रोकथाम – छींकते और खाँसते समय नाक और मुँह को ढंकें। वस्तुओं का उपयोग बाँटकर ना करें। संक्रमित व्यक्ति के साथ। स्वच्छ रहें और अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें।.
साधारण सर्दी ऊपरी श्वसन तंत्र (नाक और गले) का संक्रामक वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है।.
बच्चों की सामान्य सर्दी – लक्षण – बहती या भरी हुई नाक। खुजलीयुक्त या पीड़ायुक्त गला। खाँसी, नाक बंद होना।. बच्चों की सामान्य सर्दी – कारण – सामान्यतया सर्दी एक वायरस जिसे राइनोवायरस कहते हैं, के द्वारा होती है।.
बच्चों की सामान्य सर्दी – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: विटामिन सी की उच्च मात्रा से युक्त फल और सब्जियाँ, जैसे बेरियाँ, संतरे, नीबू, शिमला मिर्च, पपीता, फूलगोभी, ब्रोकोली आदि। तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें। अंडे, जंक फ़ूड, रेड मीट, मिठाइयाँ, पनीर और ठंडी वस्तुएँ जैसे आइसक्रीम। मैदे से बने हुए आहार या स्टार्च की उच्च मात्रा युक्त आहार भी नहीं लेना चाहिए।