क्या आप जानते हैं कि आपसे मिलने वाले 10 में से 7 व्यक्तियों में विटामिन डी की कमी हो सकती है। क्या आप जानते हैं कि धूप में 10 मिनट पैदल चलना ना केवल आपकी हड्डियों बल्कि दिल को भी सुरक्षा देता है? जी हाँ, धूप आपके शरीर को विटामिन डी देती है, जो कि मानव शरीर के लिए आवश्यक
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ओस्टियोपोरोसिस ऐसा रोग है जो हड्डियों को उस बिंदु तक पतला और कमजोर कर देता है कि वे भंगुर हो जाती हैं और आसानी से टूट जाती हैं। अक्सर इसे मूक रोग कहा जाता है।.
ऑस्टियोपोरोसिस – कमजोर हड्डियाँ – लक्षण – जोड़ों का दर्द। खड़े होने में कठिनाई। सीधे बैठने में कठिनाई।. ऑस्टियोपोरोसिस – कमजोर हड्डियाँ – कारण – हार्मोन सम्बन्धी समस्याएँ। पोषणरहित आहार। औषधियाँ। अत्यधिक धूम्रपान या मदिरापान।.
ऑस्टियोपोरोसिस – कमजोर हड्डियाँ – आहार – लेने योग्य आहार कैल्शियम हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने वाला प्रमुख पोषक तत्व है। कैल्शियम के उत्तम भोज्य स्रोतों में हैं:: डेरी: डेरी उत्पाद जैसे दूध, दही, पनीर कैल्शियम से समृद्ध होते हैं।
, भाजी और हरी सब्जियाँ: कई सब्जियाँ, विशेषकर हरी पत्तेदार सब्जियाँ, कैल्शियम का समृद्ध स्रोत हैं। शलजम की सब्जी, सरसों का साग, कोलार्ड की सब्जी, केल, रोमैन लेट्यूस, अजमोदा, ब्रोकोली, धनिया, पत्तागोभी, समर स्क्वाश, हरी फलियाँ, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, अस्पार्गस, और क्रिमिनी मशरुम का सेवन करें।
, औषधीय वनस्पतियाँ और मसाले: कैल्शियम के हलके किन्तु स्वादिष्ट प्रभाव के लिए, अपने भोजन में तुलसी, पुदीना, सौंफ के बीज, दालचीनी, पेपरमिंट की पत्तियों, लहसुन, अजवाइन, रोजमेरी, और अजमोदा का प्रयोग करें।
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ऑस्टियोपोरोसिस – कमजोर हड्डियाँ – रोकथाम – जीवनशैली की स्वस्थ आदतें जैसे उचित आहार, व्यायाम और औषधियों द्वारा चिकित्सा से हड्डियों में आगे होने वाली क्षति रूकती है और फ्रैक्चर का खतरा कम होता है।.
विटामिन D की कमी – रोकथाम – अपने आपको, बिना बचाव के, सीमित समय के लिए, सूर्य के प्रकाश के संपर्क में रखें। सभी तरह के आहारों से परिपूर्ण भोजन लें। विटामिन D का पूरक लें।.
विटामिन D की कमी – आहार – लेने योग्य आहार आहार से विटामिन D की पर्याप्त मात्रा ले पाना असंभव है। सूर्य के प्रकाश से सीधा सम्पर्क ही आपके शरीर में विटामिन D उत्पन्न करने का एकमात्र विश्वसनीय तरीका है। कुछ आहारों में विटामिन D की थोड़ी मात्रा होती है, जिनमें:: वसायुक्त मछली, जिगर का माँस, अंडे की जर्दी,
विटामिन D की कमी – लक्षण – थकावट, लम्बे समय से बना हुआ दर्द, वजन का बढ़ना, माँसपेशियों में दर्द, कमजोरी, और ऐंठन, नींद में व्यवधान. विटामिन D की कमी – कारण – सूर्य के प्रकाश से सम्पर्क की कमी, गहरी त्वचा, कुछ विशेष चिकित्सीय समस्याएँ.
आपको विटामिन D की कमी हो सकती है, यदि आप लम्बे समय तक सूर्य के प्रकाश में नहीं रहते हैं, और विटामिन D से समृद्ध आहार नहीं लेते हैं।.