हाइपरटेंशन रोकथाम – उचित वजन बनाये रखना, धूम्रपान त्यागें, स्वस्थ आहार लेना, अपने आहार में नमक की मात्रा कम करना.
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हाइपरटेंशन: प्रमुख जानकारी और निदान
हाइपरटेंशन, जिसे कि उच्च रक्त चाप भी कहा जाता है, ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त वाहिनियों में रक्त का दबाव लगातार बढ़ा हुआ होता है।.
हाइपरटेंशन: लक्षण और कारण
हाइपरटेंशन लक्षण – तीव्र सिरदर्द, थकावट या असमंजस की स्थिति, चक्कर आना, मतली, दृष्टि की समस्या. हाइपरटेंशन कारण – धूम्रपान, मोटापा, मधुमेह, नमक सेवन का बढ़ा हुआ स्तर.
हाइपरटेंशन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
हाइपरटेंशन आहार – लेने योग्य आहार हाइपरटेंशन से मुकाबला करके प्रतिदिन आपको उचित पोषण देने वाले प्रधान 10 आहार हैं:: हाइपरटेंशन से सामंजस्य स्थापित करने के लिए फाइबर और पोटैशियम युक्त तथा कम संतृप्त वसा वाले आहार लेने चाहिए। फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेरी उत्पादों की उचित मात्रा आवश्यक है।
, आहार में प्रतिदिन दो से तीन बार साबुत अनाज और उनके उत्पाद जैसे कि भूरे चावल, मल्टीग्रेन ब्रेड, ताज़ी सब्जियों की अधिक मात्रा और तीन से चार बार फल लेने चाहिए।
, डेरी उत्पाद जैसे कि दूध, पनीर, और दही लिए जा सकते हैं किन्तु ये कम वसा वाले होने चाहिए। पोल्ट्री उत्पाद (अंडे की सफेदी और चूजे से प्राप्त सफ़ेद गोश्त) और समुद्री आहार लिए जा सकते हैं। साथ ही विभिन्न मेवे, गिरी, दालें और फलियाँ भी ली जानी चाहिए।
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कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): रोकथाम और जटिलताएं
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – रोकथाम – धूम्रपान त्यागें। रक्तचाप कम करें। वजन घटाएँ। स्वस्थ आहार लें। अपने आहार में नमक का प्रयोग नियंत्रित करें।.
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): प्रमुख जानकारी और निदान
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें ह्रदय शरीर की आवश्यकता के अनुसार रक्त पंप नहीं कर पाता।.
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): लक्षण और कारण
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – लक्षण – पैरों और पंजों में सूजन। थकावट या कमजोरी। भूख में कमी। तेज अथवा अनियमित हृदयगति।. कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – कारण – कोरोनरी आर्टरी डिजीज। पहले हुआ हृदयाघात। उच्च रक्तचाप। कार्डियोमायोपेथी।.
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे और प्रशीतन युक्त फल व सब्जियाँ (केला, स्ट्रॉबेरी, आलू, टमाटर, पालक, एवोकेडो, सूखे फल, संतरा और अन्य खट्टे फल)। रेशे से समृद्ध आहार (साबुत अनाज, फल और सब्जियाँ)। ताजा माँस, पोल्ट्री आहार, मछली (बिना नमक या कम नमक से बनी हुई)।