ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी): रोकथाम और जटिलताएं

ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी) – रोकथाम – रोग की संभावना से युक्त लोगों में फ्लौरिन युक्त पानी के सेवन से ओटोस्क्लेरोसिस होने को रोके जाने में सहायता मिलती है। इस स्थिति को रोकने के अन्य तरीके ज्ञात नहीं है।.

ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज, तथा स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्स जैसे घर पर बनी स्मूदीस और सूखे फल आदि अधिक मात्रा में लें। ओटोस्क्लेरोसिस और शरीर में कैल्शियम के स्तर के बीच संभावित सम्बन्ध होता है, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है या बदतर हो सकती है। इसलिए, कैल्शियम युक्त आहार ओटोस्क्लेरोसिस को धीमा करने में सहायक होता है। शहद के साथ दालचीनी का पाउडर प्रतिदिन सुबह और रात्रि में लेने से श्रवण शक्ति में सुधार होता है।

ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी): लक्षण और कारण

ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी) – लक्षण – सुनाई देने की क्षमता का (मंद से बदतर स्थिति तक) कम होना प्रमुख लक्षण है। कुछ लोगों को चक्कर आना, संतुलन की समस्या या कान में घंटी बजने की आवाज सुनाई देने (टिनिटस) का अनुभव भी हो सकता है।. ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी) – कारण – निश्चित कारण अज्ञात है।.

ओटोस्क्लेरोसिस (कान में हड्डी): प्रमुख जानकारी और निदान

ओटोस्क्लेरोसिस शब्द, ओटो अर्थात कान और स्क्लेरोसिस अर्थात शरीर के ऊतकों का असामान्य कड़ापन, से मिलकर बना है। यह स्थिति कान के मध्य हिस्से में असामान्य रूप से हड्डी के बढ़ने पर निर्भर करती है।.